हिमाचल प्रदेश में मौसम की बेरुखी जारी, कल से सक्रिय हो सकता है पश्चिमी विक्षोभ

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हिमाचल। प्रदेश में मौसम शुष्क बना हुआ है, शुष्क मौसम के बीच लोगों का गर्मी से बुरा हाल है, वहीं कल से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना भी जताई जा रही है। बिना बारिश लोगों का गर्मी से बेहाल है, जून माह में गर्मी ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। बात अगर धर्मशाला की करें तो यहां पर सन् 1995 में जून माह में सबसे अधिक 38.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था।

27 साल बाद बढ़ा धर्मशाला का तापमान 

अब 27 साल बाद धर्मशाला में जून माह में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है। ऊना जिले में दिल्ली व अजमेर के मुकाबले ज्यादा गर्मी पड़ रही है। बीते दिन ऊना का तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं दिल्ली में 43.8 और अजमेर में 41.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आठ जून से सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ से गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद जताई है।

प्रदेश में 20 जून के बाद सक्रिय होगा मानसून

मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल द्वारा बताया गया कि 20 जून के बाद हिमाचल प्रदेश में मानसून अपनी दस्तक दे सकता है, साथ ही पश्चिमी विक्षोभ के असर से वर्षा के बेहतर होने का अनुमान है। कई दिनों से मौसम के शुष्क होने के कारण गर्मी का प्रचंड रुप देखने को मिल रहा है। बीच में प्री- मानसून के सक्रिय होने से लोगों ने थोड़ी राहत भरी सांस ली थी, लेकिन अब काफी समय से मौसम की बेरुखी से गर्मी से समस्याएं बढ़ती जा रही है।

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