व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा: वैश्विक यात्राओं में बदलाव का क्या कारण?
नई दिल्ली, 29 अगस्त 2023: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारतीय जी20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला किया है, जिससे दिल्ली में उनके दौरे की उम्मीदें टूट गई हैं। यह उनके पिछले साल से जारी युक्रेनी संघर्ष और अंतरराष्ट्रीय दण्ड प्रक्रियाओं में उनके संलग्न रहने के कारण हो रहा है।
व्लादिमीर पुतिन के इस निर्णय ने भारत को आश्चर्यचकित किया है, क्योंकि इस वक्त दुनिया भर के विश्व नेताएँ दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने की तैयारी में हैं। पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच की बातचीत में उन्होंने इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का कारण नहीं दिया है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी के बारे में चर्चा की गई है।
रूसी राष्ट्रपति ने इस साल कई महत्वपूर्ण सम्मेलनों में भाग नहीं लिया है, जिसमें इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन भी शामिल है। इसके अलावा उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी शामिल नहीं होने का फैसला किया था।
पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हुई बातचीत में द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर विचार किया गया और उन्होंने जोहान्सबर्ग में हाल ही में संपन्न ब्रिक्स शिखर सम्मेलन सहित आपसी चिंता के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। इसके साथ ही, उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर परियोजनाओं और अंतरराष्ट्रीय परिवहन में सहयोग के माध्यम से दोनों देशों के बीच “पारस्परिक प्रतिबद्धता” की बात की।
इस घटना से साफ है कि व्लादिमीर पुतिन की वैश्विक यात्राओं में कई प्राथमिकताएँ हैं और यह संभावना है कि भावितव्य में भारत उनके दौरे का हिस्सा नहीं बन सकता है।