सोलन जिले में बारिश न होने से मुरझाने लगी टमाटर और शिमला मिर्च की फसल

Spread the love

हिमाचल। कई दिनों से सोलन जिले में मौसम शुष्क बना हुआ है, बारिश न होने से लोगों की चिंता बढ़ी हुई है। नल- नालाओं में भी पानी सूखने लगा है, पशु- पक्षियों के साथ ही फल, सब्जियां भी मुरझाने लगी है। इसी कड़ी में टमाटर, शिमला मिर्च सहित दूसरी सब्जियां सूखे की चपेट में आ गई हैं। तेज धूप से शिमला मिर्च और टमाटर पूरी तरह से मुरझा गए हैं। दो सप्ताह पूर्व सोलन में बारिश हुई थी, लेकिन इसकी नमी भी ज्यादा दिन तक खेतों में नहीं रह पाई, और पिछले चार दिनों से बढ़ते तापमान से सब्जियां सूखने लगी हैं।

किसानों की बढ़ी मुश्किलें

सबसे अधिक नुकसान टमाटर और शिमला मिर्च को पहुंच रहा है। सोलन में 8,100 हेक्टयेर भूमि पर टमाटर की खेती होती है, जो 90 प्रतिशत किसानों की आय का मुख्य साधन है। सोलन जिले के 65 प्रतिशत किसान बारिश पर निर्भर हैं। बारिश न होने से संबंधित क्षेत्रों के किसान परेशान हो गए हैं। सिंचाई वाले क्षेत्रों में भी रोजाना फसलों की सिंचाई करनी पड़ रही है। तेज धूप से एक दिन में ही खेतों की नमी सूख जा रही है, जिससे इन क्षेत्रों में भी फसलें मुरझाना शुरू हो गया है।

बीमारियों की चपेट में आए टमाटर के पौधे

किसानों की मानें तो तेज धूप के साथ टमाटर के पौधों को बीमारियों ने भी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। पौधे का तना काला पड़ने के बाद नष्ट हो रहा है, वहीं अब यदि एक सप्ताह के अंदर- अंदर बादल नहीं बरसे तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। कृषि उप- निदेशक डीपी गौतम द्वारा बताया गया कि जिले में 8,100 हेक्टेयर भूमि पर टमाटर की खेती होती है। 65 फीसदी क्षेत्रों के किसान बारिश के इंतजार में हैं। टमाटर, शिमला मिर्च समेत दूसरी सब्जियों को अधिक नुकसान पहुंच रहा है।

किसानों को सता रहा फसल खराब होने का डर

शिमला मिर्च के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है। समय पर बारिश न हुई तो फसल सूख जाएगी, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। किसानों को आए दिन अपनी फसल खराब होने का दर्द सता रहा है, सभी बारिश की गूंजाईश करने में लगे हुए है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *