जंगलों को हरा- भरा रखने के लिए वन मंडल नूरपुर में रोपे जाएंगे पांच लाख 18 हजार पौधे
हिमाचल। पर्यावरण को सुरक्षित व समृद्ध बनाने के लिए पौधों को होना अतिआवश्यक है, बिना पेड़- पौधों के न तो पर्यावरण है, और न ही मानव जीवन, इसलिए पर्यावरण को सुरक्षित व समृद्ध बनाए रखना प्रथम दायित्व है। इस बार की जंगलों में लगी आग ने वन संपदा को काफी नुकसान पहुंचाया है, हजारों पेड़ – पौधे आग की लपटों में आकर जल गए, वहीं इस बार वन मंडल नूरपुर में पांच लाख 18 हजार पौधों को रोपने का लक्ष्य रखा गया है। जंगलों को फिर से हरा- भरा बनाने के लिए इन पौधों को रोपा जा रहा है, साथ ही सभी लोगों से सहयोग देने के लिए भी कहा गया है।
नूरपुर के साथ कोटला, जवाली, रे और इंदौरा में किया जाएगा पौधारोपण
वन मंडल नूरपुर में पौधों को रोपने के लिए वन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है, पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए फलदार, छायादार व घास युक्त पौधे लगाए जा रहे है। पांच लाख 18 हजार पौधों का रोपण नूरपुर के साथ ही नूरपुर के तहत पड़ने वाले कोटला, जवाली, रे और इंदौरा में किया जाएगा। इन पौधों में ज्यादातर हरड़, बेहड़ा, आमला, अर्जुन, खैर, शीशम, कचनार, आम, जामुन समेत अन्य औषधीय व घास वाले पौधों को रोपा जाएगा।
मानव जरुरतों के साथ ही जीव- जंतुओं की जरुरतें भी होंगी पूरी
इन पौधों को रोपने से मानव की जरुरतों के साथ ही जीव- जंतुओं की जरुरतें भी पूरी होंगी। नूरपुर वन मंडल अधिकारी कुलदीप सिंह जम्वाल द्वारा बताया गया कि नूरपुर के तहत इस बार लगभग 534 हेक्टेयर जमीन में विभिन्न प्रजातियों के पौधों को रोपा जाएगा, साथ ही लगभग पांच लाख 18 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा। वन अधिकारी ने कहा कि बरसात के मौसम में सभी को पौधे रोपने चाहिए।