हिमाचल के नाहन मेडिकल कॉलेज में खाली पड़े हैं मनोचिकित्सा विभाग के पद, मरीजों को झेलनी पड़ रही परेशानियां
हिमाचल। नाहन के डॉ. यशवंत सिंह परमार राजकीय मेडिकल और अस्पताल में चल रही अव्यवस्थाओं के चलते इन दिनों स्वास्थ्य सेवाओं का बेहाल हो रखा है। इस समय मेडकल कॉलेज में करीब-करीब सभी विभागों में चिकित्सकों के पद खाली पड़े हुए हैं। इसके अलावा मनोवचिकित्सा विभाग में स्थिति बहुत ही खराब बनी हुई है। इस विभाग में लगभग सभी चिकित्सकों के सारे पद खाली पड़े हुए हैं, कुछ समय पहले तक यहां एक महिला डॉक्टर अपनी सेवा दे रही थी लेकिन अब तो वह भी मातृत्व अवकाश पर चल रही है। इसलिए अब मनोचिकित्सा विभाग में कोई भी डॉक्टर सेवा नहीं दे रहा है।
इससे यहां दिमागी रोगों से संबंधित इलाज करवाने वाले लोगों मायूसी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जब यहां दिमारी मरीज आते हैं तो उनका सीधा आईजीएमसी शिमला या पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रैफर कर दिया जाता है। पहले तो इन मरीजों मेडिसन विभाग देख तो लेता था लेकिन अब तो वह भी इनको नहीं देखते हैं। खाली पड़े इन पदों की वजह से यहां पर गरीब व मिडिल क्लास लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। इन लोगों को यहां कई व्यवस्थाओं को लेकर के काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
हाल ही में नाहन शहर में एक दिमागी मरीज का मामला सामने आया है। जिसको कि चंडीगढ़ रेफर किया गया उनका भी यहां इलाज नहीं हो पाया था।
इस समय मेडिकल कॉलेज में नाहन में मनोचिकित्सा विभाग में चिकित्सकों के आठ पद खाली पड़े हुए हैं इसमें प्रोफेसर का एक, एसोसिएट और एसिस्टेंट प्रोफेसर का एक-एक, सीनियर रेजीडेंट के दो और जूनियर रेजीजडेंट के तीन पर खाली हैं।