सनी देओल का नेपोटिज्म पर दृष्टिकोण: ‘व्यक्तिगत सफलता महत्वपूर्ण, पिता की वजह से मिला अवसर’

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मुंबई, दिनांक: 6 अगस्त 2023

बॉलीवुड के प्रमुख अभिनेता सनी देओल ने नेपोटिज्म पर अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए कहा है कि उनके पिता, वरिष्ठ अभिनेता धर्मेन्द्र, के प्रभाव के बिना वे शायद अभिनेता नहीं होते। हालांकि, सनी ने स्पष्ट रूप से बताया कि सफलता व्यक्तिगत होती है और नेपोटिज्म केवल एक अवसर प्रदान करता है।

सनी देओल ने नेपोटिज्म पर उनके दृष्टिकोण को बताते हुए कहा, “नफरत और नेपोटिज्म उन लोगों द्वारा फैलाया जा रहा है, जो परेशान हैं। यदि कोई पिता अपने बेटे या बेटी के लिए कुछ करना चाहता है तो इसमें गलत क्या है? यदि पिता अपने परिवार के लिए नहीं करेगा तो वह किसके लिए काम कर रहा है?”

व्यक्तिगत अभिनय क्षमता और मेहनत की महत्वपूर्णता को उजागर करते हुए, सनी देओल ने जोड़ा, “मेरे पिता ने मुझे अभिनेता बनने के लिए नहीं कहा था। मैं अपने बच्चों को भी एक्टर बनाने के बारे में भी नहीं सोच सकता। पापा बहुत बड़े आइकन हैं और मैंने अपनी पहचान बनाई।”

नेपोटिज्म के मुद्दे पर उनके दृष्टिकोण को समर्थन देते हुए सनी ने यह स्पष्ट किया कि फिल्म इंडस्ट्री में आने का मौका उन्हें उनके पिता की वजह से मिला, लेकिन सफलता उनकी मेहनत और प्रतिबद्धता का परिणाम है।

नेपोटिज्म के विरुद्ध चल रहे बहस में, सनी देओल के दृष्टिकोण ने एक नई दिशा प्रदान की है, जो सिर्फ परिवारिक संबंधों पर नहीं, बल्कि व्यक्तिगत प्रतिबद्धता और प्रयासों पर भी आधारित है।

यह वाक्यों में छिपे सन्देश फिल्म इंडस्ट्री के नेपोटिज्म विवाद में एक नई दिशा का संकेत करते हैं, जो केवल बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि समाज के विचारधारा को भी प्रभावित कर सकता है।

लेखक: [go news post]

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