हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को राज्य सरकार ने दी बड़ी राहत, स्कूलों में लगाई जाएंगी सेनेटरी मशीनें
हिमाचल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को राज्य सरकार ने बड़ी सहुलियत दी है, प्रदेश के 2,689 सरकारी स्कूलों में छात्राओं के लिए राज्य सरकार ने सेनेटरी मशीनों के साथ ही इंसीनरेटर लगाने के लिए मंजूरी दे दी है। इससे अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को माहवारी के दौरान सेनेटरी नैपकिन के लिए कहीं भी जाना नहीं पड़ेगा, स्कूल में ही छात्राओं को सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध हो जाएंगी। कई छात्राओं को स्कूल के समय में ही माहवारी जैसी परेशानी हो जाती है, जिसके चलते वह कुछ कर नहीं पाती है, और न ही किसी को बता पाती है। इन दिनों में छात्राओं को बचाव के साथ ही बीमारियों के खतरे से भी बचाने के लिए स्कूल में सेनेटरी मशीने लगाई जा रही है।
प्रदेश के 2,689 सरकारी स्कूलों में लगाई जाएंगी सेनेटरी मशीन
प्रदेश के 2,689 सरकारी स्कूलों में सेनेटरी मशीन के लगने से प्रदेश की कई छात्राओं को बड़ी राहत मिलेगी। कई छात्राएं ऐसी होती है, जो मेडिकल की शॉप से सेनेटरी नैपकिन खरीदने के झिझक महसूस करती है, और अपने माहवारी के दिनों में कपड़े का सहारा लेकर ही दिन गुजारती है, लेकिन कपड़े के इस्तेमाल से कई तरह की बीमारियां उनके शरीर में घेरा कर लेती है, इस बात से वह अंजान होती है, लेकिन अब छात्राओं को इन सब से नहीं जूझना पड़ेगा। स्कूल में छात्राओं को आसानी से सेनेटरी नैपकिन प्राप्त होगा, और वह अपने माहवारी के दिनों में पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगी।
छात्राओं को इंफेक्शन से बचाने के लिए लिया गया फैसला
सेनेटरी मशीन के साथ ही एक अलग से मशीन भी लगाई जाएगी, जिसमें इस्तेमाल किए गए नैपकिन को नष्ट किया जा सकेगा। छात्राओं को इंफेक्शन से बचाने के लिए सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया है। स्कूलों में सेनेटरी मशीन लगाने का प्रस्ताव समग्र शिक्षा अभियान का था, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी देकर छात्राओं को बड़ी राहत दी है। सेनेटरी नैपकिन के प्रयोग से छात्राएं खुद को सुरक्षित रखने के साथ ही बीमारियों के खतरे से भी बचा सकती है। यदि यह मशीने खराब होती है, तो इन्हें फिर से बदलने की सुविधा भी रखी गई है।