स्कूलों और कॉलेजों को बारिश से हुआ 77.34 करोड़ का नुकसान: रिपोर्ट में विस्तार से जानिए
मौसम की उभरती बेहद चिंताजनक स्थितियों की रिपोर्ट ने उन स्कूलों और कॉलेजों के लिए कठिनाईयों का सिलसिला बढ़ा दिया है, जो पिछले महीनों में बारिश और भूस्खलन के प्रभाव से प्रभावित हुए हैं। भारत के एक प्रमुख प्रदेश में, शिक्षा विभाग ने स्कूलों और कॉलेजों के नुकसान की रिपोर्ट को दोबारा मांगा है ताकि उनके नुकसान का आकलन किया जा सके।
इस आपदा के कारण, जिले के विभिन्न इलाकों में बारिश और भूस्खलन के कारण स्कूलों और कॉलेजों को भारी नुकसान हुआ है। शिक्षा विभाग ने हाल ही में जिला उपनिदेशकों से नुकसान की रिपोर्ट मांगी है, लेकिन अब तक पूरी रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। इसके परिणामस्वरूप, विभाग ने उनकी तरफ से नुकसान से संबंधित डाटा तैयार करने के लिए उपनिदेशकों को प्रशिक्षित किया है।
हिमाचल प्रदेश के एक प्रमुख प्रशासनिक संस्थान में, नुकसान की मूल्यांकन के लिए प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। प्रत्येक विभाग के अधिकारियों को दो-दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें उन्हें नुकसान से संबंधित डाटा तैयार करने का तरीका सिखाया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के बाद, विभाग के अधिकारी विभिन्न विभागों में हुए नुकसान का आंकलन कर प्राधिकृत रिपोर्ट तैयार करेंगे।
इस समय तक प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, प्रारंभिक और उच्च शिक्षा विभाग के तहत स्कूलों और कॉलेजों को 77.34 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जिसमें बारिश और भूस्खलन का भारी प्रभाव है। इस नुकसान की रिपोर्ट आने वाली दिनों में भी अद्यतन की जा सकती है। विभाग के प्रमुख ने बताया कि जुलाई महीने से लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण प्राथमिक और मिडल स्कूलों में 58.94 करोड़, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 11.40 करोड़ और कॉलेजों में 7 करोड़ का नुकसान हुआ है। मॉनसून के अंत तक यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है, जो कि चिंताजनक स्थिति की विशेष इंदिकेटर हो सकता है।