शुक्र ग्रह पर जीवन की संभावना: इसरो की उम्मीद और रिसर्च
शुक्र ग्रह पर जीवन की संभावना के बारे में हो रहे विचार और इसरो के शुक्रयान-1 मिशन का प्लान
नई दिल्ली, 24 अगस्त 2023: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अभी हाल ही में चंद्रयान-3 मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया है, और अब उसकी नजरें शुक्र ग्रह पर हैं। इसरो का अगला महत्वपूर्ण कदम शुक्रयान-1 मिशन है, जिसके तहत वे शुक्र ग्रह की अनजानी बातों को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। यह मिशन दिसंबर 2024 में लॉन्च होने की योजना है और इसके माध्यम से वे उस ग्रह पर नए रहस्यों की खोज करने की कोशिश करेंगे।
हालांकि वैज्ञानिकों के मुताबिक अभी तक शुक्र ग्रह पर जीवन की संभावना ना के बराबर है, क्योंकि वहां के वायुमंडल में 95 प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड गैस होती है और वहां का तापमान भी अत्यधिक होता है। इसके साथ ही शुक्र की सतह पर सल्फ्यूरिक एसिड के बादल होते हैं, जिनके कारण वहां रहना मुश्किल हो सकता है।
वातावरण वैज्ञानिकों के लिए एक बड़ा रहस्य बन गया है, क्योंकि हाल की रिसर्च ने दिखाया है कि शुक्र पर फॉस्फीन का स्रोत मौजूद है। यह जानकारी पृथ्वी पर भी जीवन के संकेत के रूप में देखी जा रही है। इसके अलावा, वहां के वातावरण में मौजूद अमोनिया और सल्फ्यूरिक एसिड को बेअसर करने की कोशिशें भी जारी हैं।
इसरो के प्रमुख एस. सोमनाथ ने बताया कि इसरो ने शुक्र ग्रह की खोज के लिए नासा और यूरोपीय स्पेस एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने इसे नकली नहीं, बल्कि अलग दृष्टिकोण से खोजने का प्रयास बताया और उम्मीद है कि यह मिशन नए ज्ञान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
इस मिशन में शुक्र की सतह की जांच के साथ-साथ निचले हिस्से की परतों, सक्रिय ज्वालामुखियों, लावा के प्रवाह, ग्रह के आकार, द्रव्यमान, वायुमंडल आदि की भी जांच की जाएगी।