श्रद्धा गोमे: एक आईएएस अधिकारी की प्रेरणादायक कहानी
श्रद्धा गोमे एक आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने अपनी पहली ही कोशिश में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है। वे मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली हैं और हमेशा से ही एक मेधावी छात्रा रही हैं। उन्होंने दसवीं और बारहवीं दोनों कक्षाओं में टॉप किया और फिर नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU) में कानून की पढ़ाई के लिए चयनित हुईं। NLSIU में उन्होंने 13 स्वर्ण पदक जीते।
स्नातक होने के बाद,श्रद्धा गोमे ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने मुख्य रूप से स्व-अध्ययन पर ध्यान दिया और ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करके अध्ययन सामग्री एकत्र की। उन्होंने अपनी वैकल्पिक विषय कानून की तैयारी के लिए NLSIU के नोट्स का भी संदर्भ लिया।
श्रद्धा गोमे ने 2021 में यूपीएससी परीक्षा दी और पहली ही बार में प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में सफलता प्राप्त की। फिर, उन्होंने साक्षात्कार के दौर की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए और उसमें भी सफलता प्राप्त की। श्रद्धा गोमे ने यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 60 हासिल की।
वर्तमान में, उन्हें अजमेर, राजस्थान में सहायक कलक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है। श्रद्धा गोमे सोशल मीडिया पर भी बहुत लोकप्रिय हैं और उनके इंस्टाग्राम पर 17.8k से अधिक फॉलोअर्स हैं।
श्रद्धा का जीवन एक प्रेरणा है और वे उन सभी युवाओं के लिए एक रोल मॉडल हैं जो आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं। वे एक बुद्धिमान और दृढ़-निश्चयी व्यक्ति हैं जिन्होंने अपने जीवन में बहुत सफलता प्राप्त की है। वे महिलाओं और लड़कियों के लिए एक प्रेरणा हैं जो दुनिया में एक सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं।
श्रद्धा गोमे का जीवन हमें यह याद दिलाता है कि कुछ भी हासिल करना संभव है, जब तक आप अपने मन में कुछ ठान लें। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि आप चाहे किसी छोटे से शहर से आते हों या आपके पास सीमित संसाधन हों, फिर भी आप महान चीजें हासिल कर सकते हैं। वे हम सभी के लिए एक प्रेरणा हैं और हम उनके जीवन से बहुत कुछ सीख सकते हैं।
श्रद्धा गोमे के जीवन से कुछ महत्वपूर्ण सबक हैं:
- अपने लिए उच्च लक्ष्य निर्धारित करें। श्रद्धा गोमे हमेशा से ही अपने लिए उच्चतम लक्ष्य निर्धारित करती थीं। वे हर चीज में सर्वश्रेष्ठ बनना चाहती थीं। इस मानसिकता ने उन्हें महान चीजें हासिल करने में मदद की।
- दृढ़ निश्चयी रहें और कभी हार न मानें। श्रद्धा गोमे ने आईएएस अधिकारी बनने के अपने सफर में कई चुनौतियों का सामना किया। लेकिन उन्होंने अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ा। उन्होंने कड़ी मेहनत करना जारी रखा और अंततः अपने लक्ष्यों को प्राप्त किया।
- स्व-प्रेरित रहें। श्रद्धा गोमेबाहरी कारकों से प्रेरित नहीं होती थीं। वे आत्म-प्रेरित और सफल होने के लिए दृढ़-निश्चयी थीं। यह एक महत्वपूर्ण गुण है जो किसी भी व्यक्ति के लिए महान चीजें हासिल करना चाहता है।
- अपने संसाधनों का बुद्धिमानी से उपयोग करें। श्रद्धा गोमे ने अपने पास उपलब्ध संसाधनों का सबसे अच्छा उपयोग किया। उन्होंने ऑनलाइन संसाधनों और अपने NLSIU के नोट्स का लाभ उठाकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की।
- अपने आप पर विश्वास रखें। श्रद्धा गोमे को अपने आप और अपनी क्षमताओं पर दृढ़ विश्वास था। इस विश्वास ने उन्हें चुनौतियों को दूर करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद की।
मुझे उम्मीद है कि श्रद्धा गोमे की कहानी आपको अपने स्वयं के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी। याद रखें, कुछ भी हासिल करना संभव है, जब तक आप अपने मन में कुछ ठान लें।