गैस सिलेंडर के बढ़ते दामों ने बिगाड़ा रसोई का बजट, चंबा जिले में 1100 रुपये के पार पहुंचा रेट
हिमाचल। गैस सिलेंडर के बढ़ते दाम ने लोगों की समस्याएं बढ़ा रखी है, आए दिन लोगों की रसोई का बजट हिलता ही जा रहा है। कभी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हो रही है, तो वहीं रसोई गैस के दाम ने तो रसोई के बजट पर पूरी तरह से आग ही लगा रखी है। कभी 50, कभी 75, कभी 100 तो कभी 150 रुपये तक गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ रही है। उपभोक्ताओं का कहना है कि बेहतर होगा कि सरकार मुफ्त में सिलेंडर बांटने से बढ़िया कीमत को नियंत्रित रखे।
कम से कम कीमत नियंत्रित होने से लोगों को मुश्किलों का सामना तो नहीं करना पड़ेगा। लोगों द्वारा बताया जा रहा है कि वह जब भी रसोई में खाना बनाने के लिए गैस जलाते है, तो उनके मन में एक ही चीज आ रही है कि कहीं गैस ज्यादा खत्म हो गई तो क्या होगा। लोग गैस जलाने में भी डर रहे है।
महीनेभर का रसोई में जो पूरा खर्चा लगता है, वह तो अब एक सिलेंडर को भराने में ही लग रहा है। गरीब वर्ग के परिवारों के ऊपर तो मानों संकटों का पहाड़ ही टूट पड़ा है, आसमान छूती खाद्य वस्तुओं के दाम से लेकर बढ़ते सिलेंडर के दाम ने लोगों की मुश्किलें बढ़ाकर रखी है। गरीब जनता पर महंगाई की चौतरफा मार पड़ रही है।
गैस के दामों में पिछले तीन माह में 250 से 300 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, वहीं चंबा जिले में आज गैस सिलेंडर 1100 रुपये के पार पहुंच रखा है। फरवरी माह में जहां 950 व 1000 रुपये तक सिलेंडर मिल रहा था, वहीं अब कीमत में उछाल आने से दुर्गम क्षेत्रों में किराये के साथ ही 1200 से 1300 रुपये के बीच में सिलेंडर घर तक पहुंच रहा है।