आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग शुरू, रेपो रेट में बदलाव की उम्मीद कम
मुंबई, 8 अगस्त 2023: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) की आज से मीटिंग शुरू हो गई है, जिसके दौरान रेपो रेट में बदलाव की संभावना कम बताई जा रही है। वर्तमान में रेपो रेट 6.50% पर बना हुआ है। एमपीसी की इस मीटिंग का आयोजन 10 अगस्त तक होगा।
पिछले दो मीटिंगों में कोई बदलाव नहीं हुआ था। अप्रैल और जून 2023 में आयोजित मीटिंगों में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट या ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। हालांकि, फरवरी 2023 में आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25% की वृद्धि की थी। इससे रेपो रेट 6.25% से बढ़कर 6.50% हो गई थी। अगर इस बार भी आरबीआई रेपो रेट में 0.25% की वृद्धि करता है, तो रेपो रेट 6.50% से बढ़कर 6.75% हो जाएगी। यह सबसे ऊंची रेपो रेट होगी अप्रैल 2022 के बाद।
जब रेपो रेट बढ़ता है, तो बैंकों को ऋण लेने के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाता है। इससे वे अपने ग्राहकों को भी ऋण प्रदान करते समय अधिक ब्याज दर पर ऋण प्रदान करते हैं। इससे ऋण लेने के लिए भारतीय नागरिकों को ज्यादा इंस्टॉलमेंट देने की आवश्यकता होगी। हालांकि, जमा कराने पर फिक्स्ड डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज मिलने की संभावना है।
आर्थिक विकास मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी 2023 को पेश किए गए बजट के बाद, यह एमपीसी की दूसरी बैठक है।
पिछले वित्त वर्ष में रेपो रेट ने 6 बार में 2.50% की वृद्धि की थी। अप्रैल 2022 में आयोजित मीटिंग में रेपो रेट 4% पर स्थिर रही थी, लेकिन फिर 2 और 3 मई को हुई इमरजेंसी मीटिंग में रेपो रेट को 0.40% बढ़ाकर 4.40% कर दिया गया था।
22 मई 2020 के बाद रेपो रेट में बदलाव होता रहा है। इसके बाद 6 से 8 जून 2022 को हुई मीटिंग में रेपो रेट में 0.50% की वृद्धि की गई थी।