क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में टेस्ट करवाने पहुंची गर्भवती महिला हुई बेहोश, जानिए मामला
हिमाचल। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में खून संबंधी जांच सप्ताह में केवल दो दिन ही होती है, जिसके चलते अस्पताल में काफी दिक्कतें उत्पन्न हो रही है। अस्पताल में केवल दो दिन टेस्ट होने से लोगों की भीड़ सिर्फ दो दिन ही अस्पताल में देखी जा रही। लोगों को कड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, वहीं बीते दिन तीन गर्भवती महिलाएं अस्पताल में टेस्ट करवाने पहुंची थी, और अस्पताल में काफी देर लंबी लाइन में खड़े होने से तीनों गर्भवती महिलाएं चक्कर खाकर गिर गई।
केवल दो दिन ही एचआइवी जैसे टेस्ट होने से बढ़ रही मुश्किलें
हालांकि किसी भी महिला को कोई चोट नहीं आई, लेकिन अस्पताल में इस तरह की समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ रहा है। खास तौर से गर्भवती महिलाओं को कड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वीडीआरएल और एचआइवी जैसे टेस्ट के लिए गर्भवती महिलाओं को निर्धारित दो दिन में अस्पताल की जांच लैब में पहुंचना पड़ता है।
लैब कर्मियों सहित पूरे स्टॉफ के फूल रहे हाथ पांव
अस्पताल में केवल दो दिन ही टेस्ट होने से लैब कर्मियों सहित पूरे स्टॉफ के भी हाथ पांव फूल जाते हैं, साथ ही लोगों की लंबी- लंबी लाइनें भी सुबह से ही लग जाती है, जिस कारण घंटों तक लोगों को लाइन में खड़ा होना पड़ता है। बीते दिन कई महिलाओं को दोपहर 12 बजे के बाद टेस्ट न होने के कारण बाद में आने के लिए कहने पर निराश होकर लौटना पड़ा।
अस्पताल प्रबंधन बढ़ाए टेस्ट के दिनों की अवधि
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना की रक्त जांच लैब में मंगलवार को करीब 100 से ज्यादा मरीजों की पर्ची खून से संबंधित विभिन्न टेस्ट के लिए काउंटर पर आई। अस्पताल प्रबंधन को इन समस्याओं को देख कड़े कदम उठाने की सख्त जरुरत है, वहीं सीएमओ ऊना डॉक्टर मंजू बहल द्वारा बताया गया कि स्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए दो दिन ही एसटीएस व एचआइवी टेस्ट की सुविधा है। अधिक दिन टेस्ट के लिए वह अस्पताल प्रबंधन से बात करेंगी, जिससे न तो लोगों को समस्याएं हो, और न ही लैब कर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।