नशे पर आधारित लघु फिल्म चिट्टा को बनाने की पूरी तैयारी, जून में होंगे ऑडिशन
हिमाचल। आजकल के युवा नशे में इतना लीन हो चुके है, कि उन्हें नशे के अलावा औऱ कुछ नजर ही नहीं आता। हाल ही में सरकारघाट में नशा का एक मामला सामने आया है, जिसमें नशे के ओवर डोज से दो युवाओं की मौत हो गई है। इन युवाओं की मौत से प्रशासन तक में इतना हड़कंप मचा हुआ है, कि प्रशासन यह सोचने पर मजबूर हो गई है, कि नशे से युवाओं को कैसे बचाया जा सके। न जाने कितने युवा होंगे जो इस मौत के रास्ते पर चल पड़े है। इस खतरनाक नशे ने पंजाब के बाद हिमाचल में भी पक्के पांव पसार लिए हैं।
पहले कर चुके बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का निर्देशन
नशे के कारोबारियों, गिरोह और युवाओं को नशे के दलदल में जाने से रोकने के लिए सरकार और पुलिस पूरी कोशिश करने में जुटी है। नशा मुक्ति के लिए दिनेश भारद्वाज द्वारा फैसला लिया गया है, कि वह एक लघु फिल्म चिट्टा को बनाएंगे, जिसमें नशे के खिलाफ कड़े कदमों को उठाया जाएगा, औऱ युवाओं को नशे के प्रति जागरुक किया जाएगा, कि किस तरह उन्हें नशा अंदर ही अंदर से खोलला कर रहा है। बता दें कि दिनेश भारद्वाज इससे पहले अपने बैनर सिनेमाचाल स्टूडियो व देवभूमि फिल्म एंटरटेनमेंट के साथ मिलकर बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ पर आधारित लघु फिल्म मुकाम का निर्देशन और लेखन कर चुके है।
दिनेश भारद्वाज की यह सामाजिक विषय पर दूसरी फिल्म
यह उनकी सामाजिक विषय पर दूसरी लघु फिल्म होगी, जिसका दिनेश भारद्वाज निर्देशन करेंगे। इस लघु फिल्म को बनाने में यदि कोई अपना योगदान देना चाहता है, तो वह दिनेश भरद्वाज से संपर्क कर फिल्म में योगदान दे सकता है, साथ ही कोई व्यवसाय या अपना विज्ञापन भी फिल्म में देना चाहता है, तो वह दे सकता है। इसके लिए अलग से प्रावधान किया गया है।
फिल्म से युवाओं को किया जाएगा जागरुक
यह फिल्म निर्मित होने पर सबसे पहले युवाओं व स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले युवाओं को दिखाई जाएगी, ताकि युवा इस फिल्म से जागरुक बने, और देश को नशा मुक्त करने में सहयोग करें। आज के दौर में सबसे ज्यादा युवा ही नशे में लीन हो रखे है।