जिला कांगड़ा के तहत उपमंडल कोटला में वन विभाग के स्‍टॉफ की लापरवाही आई सामने

Spread the love

हिमाचल। जिला कांगड़ा के तहत वन उपमंडल कोटला के भाली में आग लगी हुई है, कई दिनों से बारिश के न होने से चीड़ के पेड़ों सहित अन्य जंगल धधक कर जल रहे है। जंगलों में सूखा पड़ने के कारण आग ने तेज गति पकड़ ली है, पेड़ों के सूखे पत्ते व घास के सूखे होने से आग जल्द ही विक्राल रुप में परिवर्तित हो रही है। इस बीच जहां वन विभाग को आग पर काबू पाना चाहिए, तो वहीं विभाग के स्टॉफ की लापरवाही देखने को मिल रही है। जी हां ऐसा ही कुछ देखा गया भाली में पेट्रोल पंप के समीप।

जीव-जंतु आग में जलकर हो रहे नष्ट

भाली के पेट्रोल पंप के नजदीक ही बीते दिन से जंगल में आग लगी हुई है, लाखों रुपये की वन संपदा आग में जलकर खाक हो रही है, लेकिन वन विभाग द्वारा यहां पर आग नहीं बूझाई जा रही है। जीव- जंतुओं से लेकर कई लोग भी आग की चपेट में आ रहे है, लेकिन विभाग पूरी तरह से सोया पड़ा है। बीते दिन जंगल में तेजी से फैल रही इस आग को देख स्थानीय लोग व पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने आग बुझाने में काफी जोर लगाया, लेकिन आग आगे-आगे बढ़ रही थी।

बिना विभागीय कर्मचारियों के लोग जुटे आग बूझाने में

आग को बढ़ता देख जब पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने सुबह ही वन विभाग के कर्मचारियों को अवगत करवा दिया था, लेकिन 9 बजे तक कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा, इसलिए बिना विभागीय कर्मचारियों के ही आग बुझाने जंगल में जुट गए। आरओ वन उपमंडल कोटला ईश्वर दास से बात की गई तो उन्होंने बताया कि फायर सीजन चला है, आग लगती रहती है। वन विभाग के कर्मचारियों को सूचित कर दिया गया है। भाली वन की देखरेख के लिए एक फायर वाचर रखा है, और अब आग शाहपुर वन विभाग के क्षेत्र में लगी है तो आग को शाहपुर वन विभाग वाले ही बुझाएंगे, यह हमारा क्षेत्र नहीं पड़ता है।

वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही आई सामने

विभाग के कर्मचारियों की इस तरह की लापरवाही को देख सभी में गुस्से के भाव उत्पन्न हो रखे है। लोगों की आंखों के सामने उनके जंगल जलकर नष्ट हो रहे है, जीव- जंतु तक आग की चपेट में आ रहे है, लेकिन वन विभाग के कर्मचारी आग बूझाने को तैयार नहीं हो रहे। सूचना देने पर अपने क्षेत्र से बाहर का बताकर बात टाल रहे है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *