शिमला में गणेश चतुर्थी के लिए बप्पा की प्रतिमाओं से सजे बाजार, शहर में सात दिनों तक चलेगा महोत्सव
हिमाचल। प्रदेश के शिमला में गणेश चतुर्थी महोत्सव 31 अगस्त से शुरु हो जाएगा। जिसे लेकर शिमला के बाजार में साज सजावट नजर आने लग गई है। शिमला के मिडिल नामक बाजार में गणेश चतुर्थी के इस उत्सव को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। गणपति बप्पा का यह त्योहार शहर में अगले सात दिनों तक चलेगा। इस दौरान यहां कई प्रकार के कार्यक्रम भी आयोजित कराए जाएंगे। जिसके बाद फिर गणपति जी का विसर्जन करेंगे। इस उत्सव को लेकर दुकानें भी गणेश की मूर्तियों से सजी हुई हैं। सभी दुकानदारों ने दुकानों पर गणेश की प्रतिमाएं लगाई हुई हैं। साथ ही लोग गणेश चतुर्थी को लेकर के दुकानों से प्रतिमाओं की खूब खरीदारी कर रहे हैं।
यह है गणेश चतुर्थी की मान्यता जानिए
गणेश चतुर्थी का त्योहार हिंदू रीती रिवाजों के अनुसार भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार बताया जाता है कि उस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इसलिए गणेश चतुर्थी के पहले दिन गणपति बप्पा की प्रतिस्थापना की जाती है, और जिसके बाद सात दिनों तक बप्पा की पूजा अर्चना करने के बाद प्रतिमा को नदी में विसर्जित किया जाता है।
यह है गणेश चतुर्थी के व्रत की पूजन विधि
गणेश चतुर्थी के व्रत और पूजन के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी स्नान करके साफ सुथरे कपड़े धारण करते हैं, जिसके बाद भगवान गणेश की पूजा और व्रत का संकल्फ लेते हैं। फिर उसके बाद पूजा की जाती है। पूजा करने के बाद तिल और गुड़ से बनी हुई मिठाई और लड्डुओं का भोग बप्पा को लगाया जाता है, और फिर शाम को कथा सुनने के बाद गणेश जी की आरती करने के बाद व्रत खोला जाता है।