मंडी में सड़कें टूटीं, रास्ते बदहाल, लोग परेशान, मरीज कंधों पर पहुंचाने पड़ रहे अस्पताल, कहाँ है सुक्खू सरकार

Spread the love

मंडी में प्राकृतिक आपदा से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त

मंडी जिले के जोगिंद्रनगर क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाही मची है. द्रुब्बल पंचायत की मुख्य सड़कें और रास्ते टूट गए हैं, जिससे राहत और बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं। गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए कंधों पर ले जाना पड़ रहा है। पांच मोक्षधामों के रास्ते भी टूट गए हैं, जिससे अंतिम संस्कार के लिए भी पहुंचना मुश्किल हो गया है।

द्रुब्बल पंचायत की प्रधान रेणू ठाकुर ने बताया कि जैसे-जैसे नेटवर्क कनेक्टिविटी बहाल हो रही है, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की ओर से दी जा रही जानकारी में नुकसान की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं। बताया कि त्रिवेणी, कुन का तर, नागण और मगरू के नजदीक मोक्षधामों के रास्ते टूट जाने से अंतिम संस्कार के लिए भी लोगों को मुश्किल हो चुका है। धर्म चंद का मकान भी भूस्खलन से खतरे की जद में आया है। राजो देवी, मोहन सिंह के मकान के डंगे गिरने से भवन गिरने की आशंकाएं बढ़ी हैं। रोपडू स्कूल की ओर जाने वाला रास्ता भी भूस्खलन और पानी के तेज बहाव से बह गया। इससे पंचायत के सैकड़ों लोगों की मुसीबतें बढ़ चुकी हैं।

प्रधान रेणू ठाकुर ने बताया कि सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं की ओर से निरीक्षण करने के बाद भी हालात पटरी पर नहीं लौटे हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार और पंचायती राज विभाग से वित्तीय सहायता के साथ क्षेत्र के रास्तों और सड़कों की भी जल्द बहाली की मांग की है।

नागण और चडौंझ गांव में पसरा मातम

कुल्लू जिले ब्यास नदी में बहने से जोगिंद्रनगर के दो युवकों की मौत के चलते दूसरे दिन भी नागण और चड़ौंझ गांव में मातम पसरा रहा. कई घरों के चूल्हे नहीं जल सके। मृतक लवकेश कुमार के बाद सुंदर कुमार का शव भी द्रुब्बल पंचायत में पहुंचने से माहौल गमगीन रहा। शनिवार को सुंदर कुमार के अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। सुंदर कुमार के पिता शेर सिंह बेटे की दर्दनाक मौत से बेसुध रहे। पत्नी ममता, बेटी कनिका, लितिका और वैभव भी पिता की मौत से बेसुध हो गए। पंचायत प्रधान रेणू ने बताया कि एक साथ दो नौजवानों की दर्दनाक मौत से द्रुब्बल पंचायत में मातम पसरा हुआ है।

नरेंद्र का नहीं मिला सुराग

कुल्लू जिले में ब्यास में आई बाढ़ में बहे जोगिंद्रनगर के कुनकर गांव के नरेंद्र कुमार का 6 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। नरेंद्र चंडीगढ़ से सवारियां लेकर मनाली पहुंचा था, जो 9 जुलाई को ब्यास नदी में आई बाढ़ में बह गया। नरेंद्र की पत्नी मधु, पिता टेक चंद ने बताया कि वे अपने लापता बेटे की तलाश के लिए दर-दर भटक रहे हैं।उन्होंने कुल्लू जिला प्रशासन के अलावा स्थानीय प्रशासन से भी बेटे की तलाश की गुहार परिजनों ने लगाई है।

मंडी में प्राकृतिक आपदा से तबाही से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। प्रशासन को जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित करने और लोगों को राहत पहुंचाने की जरूरत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *