फुटकर महंगाई दर में वृद्धि: खाने-पीने के दामों में तेज बढ़ोतरी
नई दिल्ली, 14 अगस्त 2023: भारतीय अर्थव्यवस्था में महंगाई का आशंकास्पद उच्चतम स्तर दर्ज करने में कामयाबी प्राप्त हुई है। जुलाई महीने में फुटकर महंगाई दर में 7.44% की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे महंगाई दर का उच्चतम स्तर 15 महीनों में पहुंच गया है। इस वृद्धि के पीछे मुख्य आदान-प्रदान क्षेत्र खाने-पीने के सामान में तेजी से बढ़ते दाम हैं।
कृषि मंत्रालय की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई में कंज्यूमर फूड प्राइस इंडेक्स (CFPI) में 11.51% की वृद्धि दर्ज की गई है। यह अंक जून महीने के 4.49% और मई महीने के 2.96% के मुकाबले तेजी से बढ़ गया है। यह इंडेक्स खाने-पीने के सामान के दामों में बढ़ोतरी और कमी को प्रकट करता है, जिससे उपभोक्ताओं की जीवनशैली पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
इसके साथ ही, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी महंगाई दर में वृद्धि दर्ज की गई है। शहरी क्षेत्र में महंगाई दर 7.20% पर पहुंची है, जो जून महीने के 4.96% के मुकाबले अधिक है। ग्रामीण क्षेत्र में भी महंगाई दर वृद्धि करके 7.63% पर पहुंची है, जिसका मुकाबला जून महीने के 4.72% के साथ हो रहा है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में महंगाई के मामूल दामों में 4% से ऊपर रहने की संभावना होने के बावजूद, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यह बताया है कि महंगाई को लेकर चिंता और अनिश्चितता अब भी बरकरार है।
अप्रैल, जून, और जुलाई महीनों में RBI ने रेपो रेट में इजाफा नहीं किया है, जिससे पैसों के बहाव को कम करके महंगाई को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है।
व्यापारिक परिप्रेक्ष्य में महंगाई का प्रभाव:
इस तेज महंगाई दर के संदर्भ में, व्यापारिक समुदाय की चिंता और अनिश्चितता बढ़ गई है। बढ़ती महंगाई के कारण कई क्षेत्रों में उद्यमिता में गिरावट का खतरा हो सकता है।