बंगाणा उपमंडल के तहत गोबिंद सागर झील में नहाने को लेकर पुलिस कर्मचारियों से उलझे स्थानीय युवक
हिमाचल। बंगाणा उपमंडल के तहत गोबिंद सागर झील में नहाने को लेकर पुलिस कर्मचारियों से स्थानीय युवक उलझ पड़े। मोहाली के सात युवकों के डूबने के बाद भी लोग सबक नहीं सीख रहे है, और स्थानीय लोग ही उस समय प्रशासन की ओर आवाज उठा रहे थे, वहीं अब स्थानीय युवक ही झील में नहाने के लिए पुलिस से उलझ रहे है। दरअसल मोहाली के सात युवकों के झील में डूबने के बाद से प्रशासन द्वारा झील के आसपास जाने व झील में नहाने के लिए साफ तौर से प्रतिबंध रखा गया है, साथ ही पुलिसकर्मियों की तैनाती भी झील के पास की गई है, ताकि किसी को भी झील के आसपास न जाने दिया जाए, लेकिन फिर भी स्थानीय युवकों को सबक नहीं मिला, और वह प्रशासन की अवेहलना करते हुए झील में नहाने के लिए जाने लगे।
युवकों को झील में जाने से झील के सामने तैनात पुलिस कर्मियों ने रोका तो नहाने आए युवकों में से एक युवक ने पुलिस कर्मियों के साथ गाली- गलोच शुरु कर दी। पुलिस ने मामले की सूचना पुलिस थाना व युवक के परिजनों को दी। परिजनों ने युवक की ओर से पुलिस कर्मियों से मांफी मांगी। आपस में ही मांफी मांगने के बाद मामले को सुलझा लिया गया।
अब बात मामला सुलझने या मांफी मांगने का नहीं है, बात यहां आकर रुकती है, कि जब स्थानीय लोग ही झील में नहाने से प्रतिबंध नहीं रखेंगे तो अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालु कैसे प्रशासन के नियमों को मानेंगे। मोहाली के सात युवको के डूबने से मौत होने के बाद भी स्थानीय लोगों में कोई दहशत नहीं है।
हालांकि पुलिस द्वारा यहां पर और अधिक सख्ती बढ़ा दी गई है, लेकिन स्थानीय लोगों को प्रशासन का साथ देकर घटनाओं पर विराम लगाना चाहिए, न कि इस तरह पुलिस कर्मियों से हाथा- पाई और गाली गलोच करके जबरन अपनी मनमानी करनी चाहिए।