हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों को दिया जाएगा सड़क सुरक्षा का ज्ञान
हिमाचल । प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब सड़क सुरक्षा से जुड़ी तमाम जानकारियों के बारे में भी पढ़ाया जाएगा, दरअसल आज के दौर में सड़क दुर्घटनाएं सबसे ज्यादा हो रही है। आए दिन हर जगह पर सड़क दुर्घटना के मामले देखने को मिल रहे है। सड़क दुर्घटना में जरुरी नहीं है कि हर बार वाहन चालक की गलती से ही कोई व्यक्ति दुर्घटना का शिकार होता है, कई बार सड़क क्रास कर रहे व्यक्ति की गलतियों के कारण भी हादसा हो जाता है। इसी के तहत राज्य में लगातार बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए अब बच्चों को स्कूली शिक्षा में ही बताया जाएगा कि, सड़क पर पैदल चलते हुए या सड़क क्रास करते हुए व वाहन चलाते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए, साथ ही वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगाने और हेलमेट पहनने के महत्व को भी बताया जाएगा। शिक्षा विभाग द्वारा छठी कक्षा से लेकर दसवी कक्षा तक हिंदी, सामाजिक विज्ञान, आपदा प्रबंधन के विषयों में ही सड़क सुरक्षा के पाठ को शुरु करने का निर्णय लिया गया है।
बच्चों की जागरुकता के लिए अहम कदम
सड़क सुरक्षा पाठ के लिए अलग से विषय नहीं बनाया गया है, बल्कि इन्हीं विषयों में पढ़ाने का निर्णय लिया गया है। सड़क दुर्घटना में हजारों की संख्या में मौते हो रही है, अधिकांश तौर से बच्चे ही सड़क दुर्घटना का शिकार होते है। सरकार द्वारा बच्चों को जागरुक करने के लिए सड़क सुरक्षा के पाठ को पढ़ाने का फैसला किया गया है, ताकि राज्य में कम से कम हादसे हो सके। सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा यह एक अहम पहल की जा रही है। एससीईआरटी सोलन को सड़क सुरक्षा पाठ्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। सड़क सुरक्षा जिम्मेदारी हमारी के नाम से हिमाचल प्रदेश के स्कूल शिक्षा बोर्ड ने छठी कक्षा से दसवीं कक्षा तक के पाठ्यक्रम में यह लिंक बनाकर स्कूलों को भेज दिया है। शिक्षा विभाग द्वारा बताया गया है कि अध्ययन सामग्री हर स्कूल के यूएसईआर आइडी में उपलब्ध कराई जा चुकी है, वहीं बीते दिन उच्चतर शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने अध्ययन सामग्री के बारे में अधिसूचना जारी कर दी है।
बच्चों के मानसिक स्तर से डिजाइन किए गए है नियम
बच्चों के मानसिक स्तर को देखते हुए सड़क सुरक्षा के पाठ तथा नियमों को इस तरह से डिजाइन किया गया है, कि बच्चे सरल भाषा में उसे समझ सके। बच्चों की मानसिकता के आधार पर ही इसे तैयार किया गया है। सरकार की ओर से यह एक अहम पहल की गई है, सड़क सुरक्षा के पाठ से छात्र अपने बचपन से ही सड़क सुरक्षा को लेकर जागरुक होंगे, जिससे आने वाले समय में सड़क दुर्घटनाएं कम हो सकती है।