हिमाचल प्रदेश के अस्पतालों में बढ़ी सख्ती, बिना मास्क प्रवेश प्रतिबंधित, राजधानी शिमला समेत अन्य अस्पतालों में दिखा असर
हिमाचल। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे है, आए दिन संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ ही रहा है, बढ़ते संक्रमण को देख स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासन तक अलर्ट मोड़ पर आ गए है। कोरोना से बचाव के लिए एहतियात डोज लगाई जा रही है, प्रतिदिन 50 से 60 हजार तक लोगों को डोज लगाई जा रही है। 15 सितंबर तक सतर्कता डोज निशुल्क लगाई जाएगी, वहीं अंतिम दिनों में डोज लगाने को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा।
डोज के साथ सरकार द्वारा लोगों से सावधानी व सतर्क रहने की अपील की गई है। इसी कड़ी में प्रदेश में अब कोरोना को लेकर सख्त कदम उठाने शुरु कर दिए गए है, प्रदेश के अस्पतालों में बिना मास्क के आना- जाना प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रदेश के किसी भी अस्पताल में मरीज का इलाज तभी किया जाएगा, जब वह मास्क पहनकर खुद को सुरक्षा कवच प्राप्त करें। राजधानी शिमला समेत अन्य अस्पतालों में इसका असर भी दिखने लगा है।
यहां पर लोग अस्पतालों में जाने से पहले मास्क पहन रहे है, बिना मास्क के प्रवेश प्रतिबंधित करने के बाद तो इसका पूरा- पूरा असर देखने को मिल रहा है। इस बीच अब बताया जा रहा है कि 28 तारीख को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की गई है, जिसमें कोरोना के बढ़ते मामलों को देख मास्क की अनिवार्यता की जा सकती है।
सार्वजनिक स्थानों से लेकर अन्य जगहों तक में मास्क को अनिवार्य कर दिया जाएगा। प्रदेश में अभी तक कोरोना के कुल 4200 के आसपास एक्टिव मामले है। स्वास्थ्य प्रधान सचिव का कहना है कि सरकार ने यह कभी नहीं कहा कि मास्क मत पहनो, मास्क पहना अनिवार्य है। कोरोना के बढ़ते मामलों से बचाव के लिए मास्क पहनना अतिआवश्यक है।