हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत मिड डे मील वर्करों के मानदेय में की गई बढ़ोतरी
हिमाचल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तैनात मिड डे मील वर्करों के मासिक मानदेय में सरकार द्वारा बढ़ोतरी की गई है, राज्य के सरकारी स्कूलों में लगभग 22 हजार के आसपास मिड डे मील वर्कर है। सरकार द्वारा इनके मासिक मानदेय में 900 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, यानि अब इन्हें 3500 रुपये का मानदेय प्राप्त होगा। पहले इनका मासिक मानदेय 2600 रुपये प्रति माह था, लेकिन अब सरकार की पहल से इसमें 900 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।
उप सचिव विक्रम गौतम ने की अधिसूचना जारी
अप्रैल माह से इसे बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव जारी किया गया है, अर्थात अप्रैल और मई का बढ़ा हुआ मानदेय एमडीएम कर्मियों को एरियर के रूप में मिलेगा। जून का मानदेय जुलाई में मिल जाएगा। मिड डे मील वर्कर के मानदेय में बढ़ोतरी होने से सभी के चेहरों पर खुशी के भाव देखे जा रहे है। उप सचिव प्रारंभिक शिक्षा ललित विक्रम गौतम द्वारा मानदेय बढ़ाने के संबंध में अधिसूचना जारी की गई है। मिड डे मील वर्करों के मानदेय में पहली बार 900 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, इससे पहले 200 से 500 रुपये की बढ़ोतरी की जाती थी।
पहली बार की गई 900 रुपये की बढ़ोतरी
मिड डे मील वर्कर को पहले 2600 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलता था, वहीं अब 900 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। यह लोग भी स्कूल में हर दिन अपनी सेवा देते है। बच्चों के लिए खाना बनाने से लेकर उनको परोसने तक का सारा काम करते है, इससे पहले मिड डे मील वर्करों के मानदेय बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से मानदेय को बढ़ाया नहीं गया था।
कोरोना काल में नहीं मिला मानदेय
बाद में दो वर्ष तक कोरोना काल के चलते स्कूल ही बंद हो गए थे, जिससे दो वर्ष तक इनको मानदेय भी प्राप्त नहीं हुआ था। अब हालातों में सुधार को देख राज्य के हर सरकारी स्कूल में दोबारा मिड डे मील शुरु करने को लेकर फैसला किया गया है, मिड डे मील शुरु होने के साथ ही वर्करों के मानदेय में बढ़ोतरी होने से सभी बेहद खुश है।