राजधानी शिमला में गहराए पेयजल संकट के बीच अब पानी के शेड्यूल ने बढ़ाई लोगों की परेशानी
हिमाचल। शिमला में कुछ दिन पहले तक पेयजल का संकट गहराया हुआ था, लोगों के नलों से लेकर सार्वजनिक जलस्रोतों तक में पानी नहीं आ रहा था, जिस कारण यहां पर पानी के टैंकर की सहायत से जल की पूर्ति कराई जा रही थी। अब मानसूनी सीजन से नदी- नालों में पानी भरा और प्रशासन की सहायता से भी यहां पर पानी की पूर्ति कराई गई, लेकिन पेयजल संकट के बाद अब पानी के शेड्यूल ने लोगों की परेशानी बढ़ा कर रखी है। दरअसल यहां पर कई इलाकों में रात 11 बजे से लेकर 3 बजे तक पानी की सप्लाई मिल रही है। देर रात को सप्लाई मिलने से लोगों को रात में जगा रहना पड़ रहा है।
सार्वजनिक नलकों से पानी भरने वालों की बढ़ी मुश्किलें
ज्यादा परेशानी तो किराएदार व सार्वजनिक नलकों से पानी भरने वाले लोगों को हो रही है। इन लोगों को पानी के इंतजार में देर रात तक जगना पड़ रहा है। पानी की सप्लाई भी कुछ इस तरह से दी जा रही है कि थोड़ी देर पानी को खोला जा रहा है, और फिर चंद मिनट बाद ही बंद कर दिया जा रहा है। इस तरह से हो रही पानी की सप्लाई से परेशान होकर जब लोगों ने इसका विरोध किया तो तब रात 12 बजे से 3 बजे तक फिर से पेयजल की लाइन खोलकर सप्लाई दी गई। कैथू व नेरीधार में 10 से 12 बजे तक पानी की सप्लाई खोली गई। इस वार्ड में कई मजदूर झोपडियों में रहते है जो सार्वजनिक नलकों से पानी भरते है। अब पानी की सप्लाई देर रात से होने के कारण इन्हें देर रात नलकों पर आकर पानी भरना पड़ता है।