हिमाचल प्रदेश के जोगेंद्रनगर शहर में 400 कारोबारी दुकाने बंद कर उतरे सड़कों पर
हिमाचल। जोगेंद्रनगर शहर में लगभग 400 कारोबारियों ने अपनी दुकानों को बंद कर दिया है, दुकानों को बंद कर कारोबारी सड़कों पर उतर गए है, दरअसल कारोबारी व व्यापारी मंडल के अधयक्ष अजय धरवाल द्वारा बताया गया कि कारोबारियों ने प्रदेश सरकार से मांग कि है, कि उपमंडल के सभी अस्पतालों में डॉक्टरों के खाली पदों को जल्द से भर दिया जाए, साथ ही स्थानीय अस्पताल में ट्रामा सेंटर, ब्लड बैंक, एमआरआई की सुविधा, ऑक्सीजन गैस प्लांट आदि की सुविधा मुहैया कराई जाए। राष्ट्रीय उच्च मार्ग जो शहर के साथ होकर गुजरने वाला है, उस की अलाइनमेंट को एनएचएआई द्वारा बदला न जाए, और राष्ट्रीय उच्च मार्ग को शहर की सीमा के साथ होकर निकाला जाए।
दुकानों के बंद होने से माहौल रहा तनावपूर्ण
कारोबारियों ने अपनी मांगों को जायज बताते हुए सरकार से गुहार लगाई है, कि जल्द ही उनकी मांगों को पूरा कर दिया जाए। कारोबारियों की दुकाने बंद होने के बाद शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया। गुस्सा रखे कारोबारी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर शहर में रोष रैली निकालते हुए पुलिस थाना चौक की ओर बढ़े, वहीं बताया जा रहा है कि अपनी मांगों को लेकर कारोबारी लामबंद हुए हैं। क्षेत्र की मूलभूत सुविधाओं के आभाव पर सरकार के खिलाफ गुस्साएं है। कारोबारियों का कहना है कि शहर में मूलूभूत सुविधाओं का काफी अभाव है, सरकार उनकी ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही।
एक घंटे तक रहा बाजार बंद
प्रदेश सरकार बड़ा शैक्षणिक संस्थान, औद्योगिक संस्थान आदि को शहर में खोले, ताकि शहर के लोगों को किसी प्रकार का नुकसान न झेलना पड़े। सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर में लगभग एक लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होती है, लेकिन यहां विशेषज्ञों के न होने से उपचार के लिए अस्पताल पहुंचे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कारोबारियों ने लगभग एक घंटे तक दुकानों को बंद रखा।
सिविल अस्पताल के बाहर किया धरना प्रदर्शन
कारोबारियों ने सुबह लगभग नौ बजे के आसपास शहर के रामलीला मैदान में इकठ्ठा होकर विरोध दर्ज किया, और रेलवे स्टेशन से होकर पुलिस थाना चौक सिविल अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन किया, औऱ इसके बाद मुख्यमंत्री को अपनी मांगे पूरी करने के उपलक्ष्य में ज्ञापन सौंपा।