हिमाचल प्रदेश सेब को वजन के हिसाब से बेचेगा
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सेब को अब वजन के हिसाब से बेचने का फैसला किया है। इससे पहले सेब की खरीद गड्ड यानी लोट या पेटी के हिसाब से होती थी। सरकार का कहना है कि यह फैसला बागवानों के हितों में है। इससे उन्हें बेहतर दाम मिलेंगे और वे धोखाधड़ी से बचेंगे।
सरकार ने यह फैसला आढ़तियों के विरोध के बावजूद लिया है। आढ़ती इस फैसले का विरोध कर रहे थे क्योंकि इससे उनकी कमाई कम हो जाएगी। लेकिन सरकार का कहना है कि यह फैसला बागवानों के हितों में है और इसे लागू किया जाएगा।
सरकार ने सेब की खरीद वजन के हिसाब से करने के लिए एपीएमसी को निर्देश जारी किए हैं। एपीएमसी को सभी आढ़तियों को इस फैसले के बारे में सूचित करना होगा और उन्हें वजन के हिसाब से सेब खरीदने के लिए कहा जाएगा।
सरकार का कहना है कि इस फैसले से बागवानों को बेहतर दाम मिलेंगे और वे धोखाधड़ी से बचेंगे। सरकार ने एपीएमसी को इस फैसले की पालना के लिए कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं।
बागवानों का स्वागत
बागवानों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें बेहतर दाम मिलेंगे और वे धोखाधड़ी से बचेंगे। बागवानों ने कहा कि वे सरकार के इस फैसले के लिए आभारी हैं।
आढ़तियों का विरोध
आढ़ती सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे उनकी कमाई कम हो जाएगी। आढ़तियों ने कहा कि वे सरकार के इस फैसले के खिलाफ हड़ताल करेंगे।
सरकार का तेवर
सरकार का कहना है कि वह आढ़तियों के विरोध को नहीं देखेगी। सरकार ने कहा है कि वह इस फैसले को लागू करेगी और जो आढ़ती इस फैसले का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सेब की खेती हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी आय वाली खेती है. राज्य में हर साल लाखों टन सेब का उत्पादन होता है। सेब का निर्यात हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सरकार का यह फैसला सेब की खेती को बढ़ावा देने और बागवानों की आय बढ़ाने में मदद करेगा। यह फैसला सेब के निर्यात को भी बढ़ावा देगा।
अनुवाद:
- सेब को वजन के हिसाब से बेचने का फैसला बागवानों के लिए फायदेमंद है क्योंकि इससे उन्हें बेहतर दाम मिलेंगे और वे धोखाधड़ी से बचेंगे।
- सरकार ने इस फैसले को लागू करने के लिए एपीएमसी को निर्देश जारी किए हैं।
- आढ़ती इस फैसले का विरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे उनकी कमाई कम हो जाएगी।
- सरकार ने कहा है कि वह आढ़तियों के विरोध को नहीं देखेगी और इस फैसले को लागू करेगी।
- सेब की खेती हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी आय वाली खेती है और इस फैसले से इसकी आय और बढ़ेगी।