हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल पेपर लीक के मामले ने पकड़ा तूल
हिमाचल । प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल का पेपर लीक होने का मामला सामना आया था जिसमें बताया गया कि आरोपी मनोज ठाकुर ने मंडी में 25 अभ्यर्थियों को पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करवाया था। 70 से अधिक अंक लेने वाले अभ्यर्थियों ने पूछताछ में मनोज ठाकुर का नाम लिया, इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने मनोज ठाकुर के बैंक अकाउंट, मोबाइल लोकेशन व कॉल डिटेल खंगाली तो आरोप सही पाया गया। पुलिस ने कुछ दिनों में ही मनोज ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन अब पेपर लीक का मामला भड़क उठ गया है।
भूख हड़ताल पर बैठे युवा कांग्रेस कार्यकर्ता
दरअसल पेपर लीक मामले को लेकर युवाओं में काफी आक्रोश उत्पन्न हो रखा है, जिसके कारण अब युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता एसपी कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गए है, वहीं हर जिला मुख्यालय में कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठे हुए है। भूख हड़ताल पर बैठे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग है कि डीजीपी को जांच पूरी होने तक पद से हटा दिया जाए, साथ ही पेपर लीक मामले को हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने की मांग भी है।
जयराम सरकार पर लगाया आरोप
कांग्रेस के युवा प्रदेशाध्यक्ष निगम भंडारी द्वारा बताया गया कि जब तक पेपर लीक मामले की जांच सरकार सिटिंग जज को नहीं दे देती तब तक उनकी हड़ताल खत्म नहीं होगी, साथ ही सीएम जयराम सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस कांस्टेबल परीक्षा देने वाले 75 हजार से ज्यादा परिवारवालों के साथ खिलवाड़ हुआ है।