चार दिन ज़िंदगी के हिमाचल पर पड़े भारी, मौतों की बढ़ती संख्या, येलो अलर्ट जारी
मॉनसून के दौरान हिमाचल प्रदेश में मौतों की चिंता बढ़ी है। पिछले चार दिनों में प्रदेश में हुई मौतों का आंकड़ा 73 पहुंच गया है, जिसमें तीन दिनों के दौरान 22 मौतें शिमला में दर्ज की गई हैं। इसके साथ ही गुरुवार को शिमला के समरहिल में शिव बावड़ी के पास हुए एक और हादसे में एक शव बरामद किया गया है। चार दिनों के दौरान शिमला में 22, मंडी जिला में 17, सोलन जिला में 10 मौतें दर्ज की गई हैं। सिरमौर जिला में चार, ऊना में तीन, बिलासपुर में एक, चंबा में तीन, हमीरपुर में चार, कांगड़ा में तीन, किन्नौर जिला में दो और कुल्लू में चार मौतें हुई हैं।
प्राकृतिक आपदाओं के बीच तीन नई मौतें दर्ज की गई हैं, जिससे मॉनसून सीजन के दौरान मौतों का कुल आंकड़ा 330 पर पहुंच गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, इस आपदा के चलते 38 लोग अब तक लापता हैं और 318 लोग घायल हुए हैं।
मॉनसून सीजन के दौरान प्रदेश भर में मकानों का बड़ा हिस्सा नुकसान उठाने का सामना कर रहा है। अनुमानों के अनुसार, पूरे प्रदेश में मॉनसून सीजन के दौरान 1764 मकान तबाह हो चुके हैं, जिनमें से 7500 के पार आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में कुल 7482 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया है। यह नुकसान लोक निर्माण विभाग (2491 करोड़), जलशक्ति विभाग (1842 करोड़), बिजली बोर्ड (1505 करोड़) आदि को पहुंचा है।
विभिन्न जिलों में बारिश की अधिकतम मात्रा होने के कारण यलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें किन्नौर और लाहुल-स्पीति जिला को छोड़कर अन्य जिले शामिल हैं।
मॉनसून के बाद शुक्रवार से प्रदेश में फिर से बारिश की संभावना है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इस बारिश के दौरान बारिश की हल्की बौछारें भी गिर सकती हैं। आगामी दिनों में भारी बारिश की संभावना होने के कारण यलो अलर्ट जारी किया गया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।