हिमाचल प्रदेश में आई बैंक की महत्वपूर्णता
टांडा-शिमला के बिना हिमाचल में आई बैंक की आवश्यकता
टांडा, 26 अगस्त 2023: हिमाचल प्रदेश में नेत्रदान की घोषणा करने वाले लोगों के लिए सुविधाएँ काफी संकटमय हो गई हैं। मात्र दो जिलों में स्थित आई बैंक, टांडा-शिमला, छोड़ कहीं भी नेत्रदान की सुविधा उपलब्ध नहीं है। यह अवस्था नेत्रदान करने वालों की घोषणा को अधूरी बना रही है। हिमाचल प्रदेश में केवल दो जिलों में आई बैंक होने के कारण अन्य जिलों के लोगों के लिए नेत्रदान करना अत्यधिक कठिनाईपूर्ण हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश में कुल 12 जिलों में से मात्र दो जिलों में आई बैंक स्थित हैं। इसके परिणामस्वरूप, छह से आठ घंटे के भीतर नेत्रदान करने की प्रक्रिया में दिक्कतें आ रही हैं। विचार किया जा रहा है कि आई बैंक को और भी अन्य जिलों में उपलब्ध कराया जाए ताकि सभी जिलों के लोग आसानी से नेत्रदान कर सकें।
हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कालेजों में भी आई बैंक की महत्वपूर्णता को समझते हुए, अब तक केवल टांडा और शिमला के कुछ मेडिकल कालेजों में ही यह सुविधा होने की प्राधान्यता दी गई है। हालांकि, अन्य जिलों में भी मेडिकल कालेजों में आई बैंक को स्थापित करने की आवश्यकता है ताकि लोगों को नेत्रदान के लिए दूर नहीं जाना पड़े।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मृत्यु के बाद छह से आठ घंटे के भीतर नेत्रदान की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आई बैंक की उपलब्धता आवश्यक है। ऐसे में, दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए नेत्रदान करना भी कठिन हो रहा है क्योंकि वे टांडा या शिमला जाने में समय और मेहनत लगाने के बावजूद भी असमर्थ हो रहे हैं।