माफिया और कांग्रेस सरकार पर बीजेपी का वार
ऊना में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। धरने की अगुवाई स्थानीय बीजेपी विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने की।
विधायक सत्ती ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार की हालत यह हो गई है कि विकास कार्य पूरी तरह से बंद हो चुके हैं और यही कारण है कि खुद कांग्रेस के विधायक भी अपनी सरकार से पूरी तरह तंग हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के परिवारों के परिवार बीजेपी के संपर्क में हैं और बीजेपी में शामिल होने की गुहार लगा रहे हैं।
सत्ती ने कहा कि पिछले 7 महीने में कुल 7 प्रकार का माफिया प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में दनदनाता फिर रहा है। उन्होंने कहा कि हालत यह है कि उनके अपने विधानसभा क्षेत्र में सट्टा माफिया, चिट्टा माफिया, दवाई माफिया, गुंडा माफिया, तबादला माफिया, शराब माफिया और खनन माफिया के लोग कांग्रेस नेताओं के संरक्षण में अनैतिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
सत्ती ने कहा कि माफिया को सरकारी संरक्षण का यह परिणाम है कि पिछले 7 महीने में विधानसभा क्षेत्र के अंदर चार बड़ी वारदातें सामने आ चुकी है और इन वारदातों में भी पुलिस ने केवल पीड़ितों को ही दबाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अब तो माफिया ने पुलिस को ही बंधक बनाने का काम शुरू कर दिया है। ईमानदार पुलिस कर्मचारियों को भी माफिया के हाथों की कठपुतली बनने को मजबूर किया जा रहा है।
सत्ती ने कहा कि केंद्र सरकार ने करीब पौने चार सौ करोड़ रुपए की फौरी मदद हिमाचल प्रदेश सरकार को भेजी है लेकिन कांग्रेस के नेताओं की जेब में यह राशि नहीं आने के कारण उन्हें लग ही नहीं रहा कि केंद्र ने कुछ प्रदेश को भेजा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आपदा से ग्रस्त लोगों को अवश्य रूप से मदद मिलेगी और केंद्र सरकार सीधे उन्हें ही मदद प्रदान करेगी किसी नेता के खाते में कोई पैसा नहीं दिया जाएगा।
सत्ती ने कहा कि कांग्रेस द्वारा हिमाचल प्रदेश भर में केंद्र सरकार को बदनाम करने का केवल मात्र इतना ही कारण है कि केंद्र से आने वाला पैसा उनकी जेबों में नहीं जा रहा है।
बीजेपी के धरने का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बीजेपी के धरने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।