हिमाचल प्रदेश में बरसात के शुरुआती दिन पर्यटन कारोबार पर पड़े भारी, मणिकर्ण में बादल फटने के बाद कम हुई पर्यटकों की संख्या
हिमाचल। प्रदेश में इन दिनों पर्यटकों की खूब भीड़ मची रहती है, पर्यटकों के आने से यहां पर कारोबारियों के चेहरे भी खूब खिले रहते है। होटलों से लेकर रेस्टोरेंट तक में पहले ही बुकिंग हो जाती है, बाजारों में भी पर्यटक खूब खरीदारी करते है। पर्यटकों के आने कारोबारियों के चेहरे खिले रहते है, लेकिन इस बार बरसात के शुरुआती दिन ही पर्यटन कारोबार पर भारी पड़ गए है। जहां पहले 15 जुलाई के बाद पर्यटकों की संख्या में कमी देखी जाती थी, वहीं इस बार अभी से ही पर्यटकों की संख्या में कमी होने लग गई।
मणिकर्ण में हुए हादसे की वजह से पर्यटकों की संख्या में आई कमी
दरअसल कुल्लू जिले के मणिकर्ण में बादल फटने से चार लोगों के लापता होने के साथ ही कई कैंपिंग साइट समेत घर तक बाढ़ में बह गए है, जिस कारण पर्यटकों यहां पर पर्यटकों की संख्या कम हो गई है। होटलों में चल रही 70 प्रतिशत आक्यूपेंसी भी घटकर 40 प्रतिशत पर पहुंच गई है। होटल कारोबारियों द्वारा बताया गया कि बरसात के शुरु होने से पहले उम्मीद जताई जा रही थी, कि पर्यटन कारोबार 15 जुलाई तक इसी अवस्था में चलेगा, लेकिन मणिकर्ण में बादल फटने के बाद से कारोबार पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
कारोबारियों के चेहरे पर छाई मायूसी
अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों में भी कमी देखी गई है, जहां पहले इस समय अन्य राज्यों के वाहनों की भीड़ प्रदेश में लगी रहती थी, तो वहीं अब बादल फटने के बाद से वाहनों में भी कमी हो गई है। हालांकि बरसात के दिनों में कारोबार कम हो जाता है, लेकिन इस बार बरसात के शुरुआती दिनों में ही पर्यटकों की आमद कम हो गई है। इस वजह से कारोबारियों के चेहरे पर मायूसी देखी जा रही है।