हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में भड़की जंगल की आग को बुझाते हुए आग में झुलसा वनरक्षक
हिमाचल। प्रदेश के जिला ऊना उपमंडल बंगाणा क्षेत्र की रामगढ़ धार रेंज के जंगल में आग ने विक्राल रुप धारण कर लिया है, जंगल की आग ने बेकाबू होने पर सारे जंगल को तहस- नहस कर दिया है। जंगल की सुरक्षा का दायित्व लिए एक वनरक्षक ने आग बूझाने का प्रयास किया, आग इस हद तक बेकाबू हो गई थी, कि आग पर काबू पाने की कोशिश करते हुए वनरक्षक ही आग की चपेट में आ गया। वनरक्षक गंभीर रुप से आग में झुलस गया, लगभग 50 प्रतिशत तक शरीर आग में झुलस गया है। गंभीर हालात में वनरक्षक को उसके साथियों ने अस्पताल में भर्ती किया। आग में झुलसे वनरक्षक वन विभाग के फोरेस्ट गार्ड राजेश कुमार है। राजेश कुमार वर्ष 2022 में डिस्पैचर से फोरेस्ट गार्ड बने। वह अपनी ड्यूटी को ईमानदारी से निभा रहे थे, कि बदनसीबी से खुद आग की झुलस का शिकार बन गए।
तेज हवाओं के साथ तूफान चलने से बढ़ी आग
वन विभाग फोरेस्ट गार्ड राजेश कुमार अपने कर्मचारियों के साथ सैली बीट के जंगलों में लगी आग को बीते दिन से बुझाने के प्रयास में जुटे थे, वहीं आग पर काफी हद तक काबू भी पा लिया गया था। राजेश कुमार व उनके साथियों द्वारा लगभग आधे जंगल की आग को नियंत्रित कर दिया गया था, कि तभी तेज हवाओं के झोंके के साथ तूफान चलने लग गया। तूफान के चलने से हल्की हो रखी आग की लपटों ने गति पकड़ ली और देखते ही देखते आग की छोटी लपटों ने बड़ा रुप धारण कर लिया। आग की तेज लपटों ने राजेश कुमार को अपना शिकार बना दिया, और वह आग की लपटों में झुलस गए। राजेश के साथ आग बुझाने गए अन्य कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत करके राकेश को आग की झुलस से बचाते हुए जंगल से बाहर निकाला व तुरंत ऊना के अस्पताल में भर्ती करवा दिया।
पीजीआइ चंडीगढ़ में चल रहा वनरक्षक का इलाज
देर रात राजेश की हालात को बिगड़ता हुआ देख ऊना अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे पीजीआइ चंड़ीगढ़ के लिए रेफर कर दिया। रामगढ़ धार रेंज अधिकारी अश्वनी कुमार द्वारा कहा गया कि राजेश कुमार एक ईमानदार व्यक्ति है, व अपनी ड्यूटी को ईमानदारी से निभाते है। ड्यूटी को निभाते हुए बीते दिन वह दुर्भाग्य से जंगल की आग को बुझाते हुए स्वयं आग की लपटों की चपेट में आ गए। राजेश कुमार का पीजीआइ चंडीगढ़ में इलाज चल रहा है, साथ ही बताया कि राजेश कुमार का आग की चपेट में आने से लगभग 50 प्रतिशत तक शरीर झुलस गया है। हालांकि डॉक्टरों द्वारा राजेश की हालात को देख तुरंत ही इलाज शुरु कर दिया गया, राजेश की स्थिति अभी नाजुक ही है। हालत में जल्द ही सुधार की गुंजाईश की जा रही है।