किसान- बागवानों को इस बार बरसाती फलदार पौधे मिलेंगे महंगे, पांच से 10 रुपये की हुई बढ़ोत्तरी
हिमाचल। बरसाती सीजन शुरु हो चुका है, इस सीजन में किसान अपने खेतों में फलदार वृक्षों को रोपते है, क्योंकि पेड़ों की नमी की दृष्टि से यह मौसम अनुकूल माना जाता है, जिसके कारण इस समय किसान फलदार वृक्षों को रोपते है, लेकिन इस बार किसानों को फलदार वृक्ष तय कीमत से ज्यादा रेट पर मिलने वाले है।
सबसे अधिक महंगा हुआ लीची का पौधा
प्रदेश के किसान- बागवानों को इस बार ग्राफ्टिड बरसाती फलदार पौधे पांच से 10 रुपये तक महंगे मिलेंगे। लीची का पौधा सबसे अधिक 10 रुपये महंगा मिलेगा। उद्यान विभाग निदेशालय ने बढ़ाई गई दरों की सूची जारी कर दी है। नींबू, आम, संतरा, किन्नू, कटहल और लीची सहित अन्य फलदार पौधों के दाम बढ़े हैं। पौधों के दामों में वृद्धि होने के बावजूद भी किसान- बागवान इनकी मांग कर रहे हैं। बरसाती पौधों की बात करें तो जिला सोलन में सबसे अधिक नींबू, आंवला और अमरूद के पौधे रोपित किए जाते हैं।
15 जुलाई के बाद की जाएगी पौधों की रोपाई
आम, लीची और चीकू के पौधे प्रदेश के गर्म क्षेत्रों में रोपे जाते हैं। पिछले तीन वर्षों में विभिन्न फलदार पौधों के दामों में 15 से 25 रुपये की वृद्धि हुई है। 15 जुलाई के बाद पौधों की रोपाई कार्य भी शुरू हो जाता है। जिला सोलन में इस बार उद्यान विभाग ने 17,000 फलदार पौधों की मांग निदेशालय को भेजी है। उपनिदेशक उद्यान विभाग डॉ. वीपी बैंस द्वारा बताया गया कि इस बार बरसाती फलदार पौधों के दामों में बढ़ोतरी हुई है। विभाग ने पौधों की मांग निदेशालय को भेज दी है।