कुल्लू में सेब के बाद टमाटर के दाम गिरने से निराश हुए किसान, जानिए मंडियों में कितने रुपये किलो बिक रहा टमाटर
हिमाचल। प्रदेश के कुल्लू जिले में सेब के दाम गिरने के बाद अब टमाटर के दाम गिरने शुरु हो गए है, जिसके चलते किसानों में निराशा के भाव देखे जा रहे है। किसानों का कहना है कि यदि टमाटर के दाम में इसी तरह की गिरावट रही तो इस बार के सीजन में खेती का खर्चा निकालना भी मुश्किल हो जाएगा। टमाटर उगाने में कड़ी मेहनत लगती है, दवाई, खाद, बीज निराई- गुडाई आदि में बहुत मेहनत व खर्च लगता है, जिसके बाद टमाटर की फसल तैयार की जाती है।
टमाटर की खेती करना घाटे के सौदे की ओर बढ़ी
अब किसानों की इतनी मेहनत और खर्चे के बाद भी यदि उन्हें अपनी मेहनत का फल न मिले तो उनका दुखी होना तो बनेगा ही। किसानों का कहना है कि यदि टमाटर 20 रुपये किलो से कम कीमत में बेचे गए तो खेती में किए गए खर्चे की भरपाई तक भी नहीं हो पाएगी। इन दिनों सब्जी मंडी में टमाटर कौड़ियों के भाव बिक रहा है। पहले सप्ताह में तो टमाटर 15 रुपये किलो के भाव से बिका, तो वहीं अब चार से 10 रुपये किलो हिसाब से बिक रहा है।
दक्षिण भारत के टमाटर की विभिन्न मंडियों में दस्तक से गिरे दाम
इसका मुख्य कारण देश की विभिन्न मंडियों में दक्षिण भारत के टमाटर का आना बताया जा रहा है। दक्षिण भारत के टमाटर आने से हिमाचली टमाटर के दाम कम हो गए है, इससे किसानों का सौदा घाटे की ओर बढ़ रहा है। किसानों का कहना है कि सरकार को टमाटर का मूल्य निर्धारित कर देना चाहिए, इससे मंडियों में टमाटर के दाम भी स्थिर रहेंगे, और किसानों की समस्याएं भी नहीं बढ़ेंगी, साथ ही दवाइयों व खाद पर भी सब्सिडी की मांग की गई है।