डबल डैकर फोरलेन की वजह से बिगड़ा लारजी प्रोजेक्ट, 658 करोड़ की डैमेज रिपोर्ट भेजी
हिमाचल प्रदेश, [8/7/2023] डबल डैकर फोरलेन के कारण लारजी प्रोजेक्ट में घुसी ब्यास नदी ने सुक्खू क्षेत्र में भारी नुकसान किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस नुकसान की मात्रा 658 करोड़ रुपए तक हो सकती है। यह घटना हिमाचल सरकार द्वारा बड़े संकेत के रूप में देखी जा रही है और राज्य सरकार ने इस मामले में कड़ा कदम उठाया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्रीय भूतल परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को एक पत्र भेजकर घटना की जांच रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट के अनुसार, नुकसान का प्रमुख कारण डबल डैकर फोरलेन के बढ़ते ब्यास नदी का आवरण है। यह ब्यास नदी के किनारे स्थित लारजी प्रोजेक्ट को बाढ़ से बचाने के लिए निर्मित डबल डेकर फोरलेन ने प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचाया है।
इस बड़े नुकसान के बावजूद, 2019 में ही एक समय पर नदी के रास्ते की संकेत दी गई थी, लेकिन तब कोई कदम नहीं उठाया गया। इसके बाद भी ब्यास बेसिन में आई बाढ़ के बाद मुख्यमंत्री ने स्थानीय अधिकारियों को लारजी प्रोजेक्ट के स्थिति की जांच के लिए भेजा था। उन्होंने एक गहराई से जांच कर मालूम किया कि डबल डैकर फोरलेन के बनाए गए रोड के कारण नदी का पानी बिजली प्रोजेक्ट में प्रवेश कर गया और बड़ा नुकसान हुआ।
लारजी प्रोजेक्ट के गेट से पानी अंदर घुसने के कारण सारा प्रोजेक्ट सिल्ट से भर गया है। इसके चलते प्रोजेक्ट की कार्यक्षमता में भारी कमी हो रही है और यह बहुत देर तक ठप भी सकता है। इस पर हिमाचल सरकार ने एनएचएआई से 658 करोड़ रुपए की डैमेज रिपोर्ट मांगी है, जिसमें प्रोजेक्ट के नुकसान की जानकारी दी गई है।