वन मंत्री राकेश पठानिया की गाड़ी को रोककर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
हिमाचल। वन मंत्री राकेश पठानिया आज ऊना जिले के बदोली गांव में पहुंचे है, दरअसल वनरक्षक राजेश कुमार को अंतिम विदाई देने के लिए वन मंत्री यहां उनके निवास स्थान पर पहुंचे थे। राजेश कुमार को अंतिम विदाई देकर जैसे ही वन मंत्री राकेश पठानिया रेस्ट हाउस के लिए निकल रहे थे, कि उसी दौरान युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने वन मंत्री की गाड़ी को रोक दिया, और सड़क पर बैठ प्रदर्शन करने लग गए। मौके पर पुलिस ने युवाओं को हटाने का काफी प्रयास किया, लेकिन युवा कार्यकर्ता इतने रोष में थे, कि उन्होंने सड़क से उठने का नाम नहीं लिया। पुलिस की लाख कोशिश के बाद भी जब कार्यकर्ता वहां से उठे नहीं तो पुलिस द्वारा उन पर पानी फेंक दिया गया।
बेरोजगार युवाओं के हितों के लिए कर रहे धरना प्रदर्शन
इस दौरान सभी कार्यकर्ताओं में और रोष उत्पन्न हो गया। पानी फेंकने से मंत्री की गाड़ी तो वहां से निकल गई, लेकिन कार्यकर्ताओं में गुस्से के पूरे- पूरे भाव देखने को मिले। युवा कांग्रेस नेता अमित पठानिया द्वारा बताया गया कि उनका मकसद किसी अधिकारी या कर्मी के खिलाफ जाना नहीं है। पुलिस ने उनके साथ काफी बुरा बर्ताव किया है। जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। युवा कार्यकर्ता केवल बेरोजगार युवाओं के हितों की पैरवी के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे थे। अमित पठानिया ने कहा कि वन मंत्री की गाड़ी रोकना का उनका मकसद सिर्फ इतना था, कि आज पेपर लीक मामले को इतने दिन हो गए, लेकिन अभी तक जिन लोगों को पेपर बेचा गया था, उन्हें क्यूं पकड़ा नहीं गया, साथ ही यह कांड हुआ ही क्यूं।
74 हजार युवाओं को दिया जाए इंसाफ
आखिर किसके कहने से इस कार्य को अंजाम दिया गया। पेपर लीक मामले को लेकर अभी तक कोई बड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही। पेपर बेचने वाले अभी तक फरार है, जबकि लेने वालों को पहले पकड़ा गया है। अमित पठानिया ने आगे कहा कि जब तक प्रदेश के 74 हजार लोगों को पेपर लीक मामले में इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक युवाओं द्वारा हर रोज किसी न किसी अधिकारी की गाड़ी को रोककर प्रदर्शन किया जाएगा, साथ ही सरकार से गुहार लगाई है, कि जल्द ही इस मामले की तह तक पहुंचकर सभी युवाओं को इंसाफ दिलाए।