रामपुर के कंधार गांव में टूटा आसमान का कहर
रामपुर। उपमंडल रामपुर के दूरदराज एवं पिछड़े गांव कंधार में बादल फटने से भारी तबाही मच गई है। बादल फटने से तीन मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि मवेशी भी बाढ़ में बह गए हैं। साथ ही तीन अन्य भवनों को भी नुकसान पहुंचा है।
हुआ यूं कि डाकघर सरपारा के कंधार गांव में मंगलवार दे रात बादल फट गया, जिसकी जद में तीन लोगों के मकान आ गए। इसके अतिरिक्त प्राइमरी स्कूल, महिला मंडल और युवक मंडल भवन भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। पानी इतना ज्याद था कि इसमें 15 से 20 भेड़-बकरियां और आठ गाउएं भी बह गईं। स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया है।
बादल फटने से गांव के लोग सहम गए हैं। वे अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। प्रशासन ने गांव में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को मुआवजा देने की बात कही गई है।
बादल फटने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन माना जा रहा है कि मानसून की पहली बारिश के कारण बादल फटा होगा। बादल फटने से गांव में भारी नुकसान हुआ है. लोगों को काफी परेशानी हुई है. प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। क्षतिग्रस्त मकानों के मालिकों को मुआवजा दिया जाएगा।
बादल फटने की घटना से लोगों में दहशत फैल गई है। वे बारिश के मौसम में सतर्क रहने की बात कह रहे हैं। वे प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि बादल फटने से होने वाली तबाही से बचाव के लिए उपाय किए जाएं।
बादल फटने की घटना एक गंभीर विषय है। यह हमें यह बताता है कि हम जलवायु परिवर्तन के खतरों से अनजान नहीं हैं। हमें इस खतरे से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। हमें जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली आपदाओं से बचाव के लिए उपाय करने चाहिए।