चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बंदः प्रशासन ने दोपहर तक हाईवे को खोलने की संभावना जताई
भारतीय परिप्रेक्ष्य में सड़कों का महत्व अत्यधिक है। यहाँ वाहनों के परिवहन के साथ-साथ विभिन्न शहरों और प्रदेशों को जोड़ने का माध्यम भी है। चंडीगढ़ से मनाली जाने वाले राष्ट्रीय महामार्ग के बंद हो जाने का खबर मिलने से जिले के लोगों ने अपने यातायात की समस्याओं के साथ-साथ प्राकृतिक परिपेक्ष्य के साथ संघर्ष करना पड़ा है।
मंडी जिला, हिमाचल प्रदेश के हृदय में बसा है और यहाँ की जनसंख्या बड़े हिसाब से पर्यटकों पर भी निर्भर है। चंडीगढ़ से मनाली जाने वाला यह मार्ग न केवल जगहीन दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ यहाँ की आर्थिक सकारात्मकता को भी बढ़ावा देता है।
बीती शाम के बाद शुरू हुई भारी बारिश ने मार्ग को मलबे से भर दिया और इसके परिणामस्वरूप यातायात के लिए यह महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मार्ग बंद हो गया। जबकि सरकार और संबंधित अधिकारी ने तुरंत कदम उठाए और मलबे को हटाने के लिए प्रयासरत रहे, लेकिन मलबे की अधिक मात्रा ने काम को बड़ी चुनौती दी। यह बारिश और मलबे के संयोजन ने हाईवे को खोलने के प्रयासों को और भी कठिन बना दिया।
केएमसी कंपनी के सेफ्टी इंजीनियर कमल गौतम ने यह घोषणा की कि दोपहर तक हाईवे को खोल दिया जाएगा, लेकिन मलबे की अधिक मात्रा और बड़ी चट्टानों की वजह से इसके खोलने में देरी हो रही है। यह समस्या न केवल यातायात को प्रभावित कर रही है, बल्कि स्थानीय व्यवसायों को भी नुकसान पहुँचा रही है। सब्जियों और फलों की पुर्ति के लिए रोजाना हाईवे का सहारा लेने वाले व्यापारी भी इस मामले में प्रभावित हो रहे हैं।
यह घटना एक बार फिर से हमें यह याद दिलाती है कि प्राकृतिक परिपेक्ष्य की सख्ती के साथ-साथ हमें अपने व्यवस्थाओं को भी मजबूती से तैयार करने की आवश्यकता है।