चंडीगढ़-मनाली फोरलेन से बाढ़ को कह दो टाटा बाय बाय, अब नए डिजाइन में होगा निर्माण
डीगढ़-मनाली फोरलेन, जो हाल ही में ब्यास नदी की बाढ़ से तबाह हो गया था, को अब एक नए डिजाइन में बनाया जाएगा। नए डिजाइन में सड़क को नदी से सुरक्षित दूरी पर बनाया जाएगा और इसे बाढ़ के पानी के प्रभाव से बचाने के लिए मजबूत किया जाएगा।
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी 4 अगस्त को मंडी का दौरा करेंगे और वे प्रभावित फोरलेन का निरीक्षण करेंगे। मंत्री के दौरे के बाद ही फोरलेन के निर्माण की नई योजना की तस्वीर साफ हो जाएगी।
एनएचआई के अधिकारी केंद्रीय मंत्रालय और स्थानीय जिला प्रशासन के साथ नियमित बैठकें कर रहे हैं और मार्ग को नए सिरे से बनाने पर प्लानिंग की जा रही है। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरुण चारी का कहना है कि केंद्रीय मंत्री और केंद्रीय टीम फोरलेन के निरीक्षण पर आएंगे। उसके बाद ही फोरलेन के नए डिजाइन में तैयार होने की बात पर स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकता है।
हालांकि अभी तक फोरलेन पर आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है, मगर दो दिन के भीतर एनएचएआई फोरलेन से आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए दिनरात काम कर रहा है। डंगे, पैरापिट, दीवारें और अस्थायी पुल बनाकर फोरलेन को दो दिन में शुरू करने की योजना बन रही है।
अभी तक फोरलेन से बेशक आवाजाही नहीं हो पा रही हो, लेकिन पतलीकूहल से लैफ्ट बैंक सड़क के जरिये मनाली तक वाहनों की आवाजाही की जा रही है. ऐसे में अब एनएचएआई ने इस सड़क को चकाचक करने का फैसला लिया है। इसके लिए लोनिवि को सात करोड़ रुपये दिए जाएंगे। एनएचएआई ने लोनिवि से कहा है कि वह इस पैसे से लैफ्ट बैंक सड़क की पूरी तरह से मरम्मत करवाए।
चंडीगढ़-मनाली फोरलेन देश के सबसे महत्वपूर्ण सड़क मार्गों में से एक है। यह मार्ग हिमाचल प्रदेश के दो प्रमुख शहरों चंडीगढ़ और मनाली को जोड़ता है। फोरलेन के निर्माण से चंडीगढ़ से मनाली की यात्रा का समय कम हो जाएगा और यह मार्ग पर्यटकों के लिए भी अधिक सुलभ हो जाएगा।