भारत का एक्शन प्लान: चीन के खिलाफ मोदी सरकार की नई रणनीति
नई दिल्ली, 3 सितंबर 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने चीन के खिलाफ कड़ी कदम उठाने की तैयारी कर ली है, और इसका एक भाग ताइवान तक पहुंचने की बड़ी योजना है। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय सरकार ने अपनी रणनीति और नीति में बड़े परिवर्तन की घोषणा की है, जिसके तहत चीन के साथ सीमा मुद्दों को लेकर कड़ी कदमों की ओर बढ़ रही है।
इस बड़े एक्शन प्लान के तहत, भारतीय प्रधानमंत्री ने चीन को सीमा मुद्दों पर सख्त बातचीत करने का संदेश दिया है, जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई एक बैठक में। इस संदेश के तहत, भारत ने चीन को समझाया कि वह अब नई नीति और रणनीति के साथ उसके खिलाफ कड़ी कदम उठाएगा।
एक अधिकारी ने बताया, “ताइवान तक पहुंच बढ़ाना रणनीति में शामिल प्रमुख कदमों में से एक होगा।” इस बड़े एक्शन प्लान के तहत, प्रधानमंत्री मोदी ताइवान तक पहुंचने की योजना बना रहे हैं, जो भारत की एक्ट ईस्ट नीति के अहम हिस्से के रूप में मानी जा रही है।
भारतीय सरकार के इस एक्शन प्लान का मुख्य उद्देश्य चीन के प्रभाव का मुकाबला करना है, खासकर चीन के दबाव के तहत आसियान देशों के साथ समुद्री तनाव के संदर्भ में। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी का ध्यान आसियान साझेदारी को गहरा करने पर है, और विभिन्न आसियान नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की योजना है, जिसका उद्देश्य चीन को नियंत्रित करना भी है।
इस प्लान के तहत, भारत अपनी रणनीति को चीन के प्रभाव के साथ क्षेत्रों में फोकस करने की दिशा में बदल रहा है, खासकर वे क्षेत्र जो पहले से ही चीन से परेशान रहे हैं। इससे भारत का इंडो-पैसिफिक ढांचा मजबूत हो रहा है, और चीन के प्रभाव के मुकाबले करने की उम्मीद है।