बैंक ऑफ बड़ौदा ने जून तिमाही में 4,070.10 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया
- वृद्धि हुई आय: बैंक ऑफ बड़ौदा की आय FY23 की पहली तिमाही में साल-दर-साल 48.50% बढ़कर 29,878.07 करोड़ रुपये हो गई। यह बढ़ोतरी 24.2% की बढ़ी हुई शुद्ध ब्याज आय (NII) के कारण हुई, जो 10,996.7 करोड़ रुपये हो गई, साथ ही गैर-ब्याज आय में 2.8 गुना की वृद्धि हुई।
- संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार: बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता भी पहली तिमाही में सुधरी, जिसमें सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (GNPA) 275 आधार अंक घटकर 3.51% और शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NNPA) 80 आधार अंक घटकर 0.78% हो गईं। यह एक साथ कई कारकों के कारण हुआ, जिसमें बैंक का तनावग्रस्त परिसंपत्तियों की वसूली और समाधान पर ध्यान केंद्रित करना, साथ ही सुधरे हुए आर्थिक वातावरण शामिल हैं।
- आउटलुक: बैंक ऑफ बड़ौदा के CEO, श्री संजीव चौहान ने कहा कि बैंक आने वाले तिमाहियों में अपनी मजबूत प्रदर्शन को बनाए रखने के लिए आश्वस्त है। उन्होंने कहा कि बैंक निरंतर आर्थिक सुधार से लाभान्वित होने के लिए अच्छी तरह से ढांचागत है, साथ ही डिजिटल परिवर्तन पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है।
इसके अलावा, बैंक ऑफ बड़ौदा की Q1 के परिणामों से कुछ अन्य महत्वपूर्ण निष्कर्ष भी हैं:
- बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR) 30 जून 2022 तक 10.8% था, जो नियामक आवश्यकता 9.5% से काफी अधिक है।
- बैंक का तरलता अनुपात 30 जून 2022 तक 243.5% था, जो नियामक आवश्यकता 200% से भी अधिक है।
- बैंक की प्रति शेयर आय (RoE) FY23 की पहली तिमाही में 15.4% थी, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 13.4% से बढ़ी है।
कुल मिलाकर, बैंक ऑफ बड़ौदा की Q1 के परिणाम मजबूत थे, जिसमें आय, लाभ और परिसंपत्ति की गुणवत्ता सभी में सुधार हुआ। बैंक आने वाले तिमाहियों में अपनी मजबूत प्रदर्शन को बनाए रखने के लिए अच्छी तरह से ढांचागत है।