बड़ी राहत: घर और कार लेने वालों के लिए कर्ज की किस्तों में नहीं होगा इजाफा
मुंबई, 10 अगस्त 2023: आम लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने विकास और महंगाई के अनुमान के बीच संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य से नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं करने का निर्णय लिया है। समिति ने गुरुवार को जारी किए गए बयान में यह घोषणा की है कि इस निर्णय से आम लोगों के घर, कार और अन्य प्रकार के ऋणों की किस्तों में बढ़ोतरी नहीं होगी।
इस निर्णय के अनुसार, रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर यथावत रखा जाएगा। गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बड़े कदम की घोषणा करते हुए कहा कि वित्तीय गतिविधियों में सुस्ती के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था और वित्तीय क्षेत्र सशक्त और मजबूत बने हुए हैं। इसका अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव होने की उम्मीद है, जो महंगाई को काबू में रखने में सहायक होगा।
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने यह भी बताया कि चालू वित्त वर्ष में विकास दर को 6.5 प्रतिशत पर यथावत रखा गया है। इसके आधार पर, आने वाले वित्त वर्ष में विकास दर में यहाँ तक की बदलाव संभावना है: पहली तिमाही – 8.1 प्रतिशत, दूसरी तिमाही – 6.5 प्रतिशत, तीसरी तिमाही – 6 प्रतिशत, और चौथी तिमाही – 5.7 प्रतिशत। आने वाले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भी विकास दर को 6.6 प्रतिशत रखा जा सकता है।
इसके साथ ही, श्री दास ने महंगाई की कड़ी नजर रखते हुए यह बताया कि चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई के अनुमान को बढ़ाकर 5.4 प्रतिशत कर दिया गया है। उनके अनुसार, तीसरी तिमाही में महंगाई की दर 5.7 प्रतिशत रह सकती है, जबकि चौथी तिमाही में 5.2 प्रतिशत की संभावना है।
इस निर्णय से आम लोगों की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी और घर, कार और अन्य ऋणों की किस्तों में कोई बढ़ोतरी नहीं होने से उनका बोझ कम होगा।