ऊना जिले के एक स्कूल में तैनात अध्यापक की तिरंगा यात्रा के दौरान हुई मौत
हिमाचल। प्रदेश के ऊना जिले के स्कूल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दुलैहड़ में राजनीति शास्त्र के अध्यापक जसवंत सिंह की तिरंगा यात्रा के दौरान मौत हो गई है। अध्यापक जसवंत सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हर रोज की तरह ही अध्यापक जसवंत सिंह स्कूल में आए, और प्रतिदिन की तरह अपनी सेवाएं देने लग गए, तभी लगभग 11 बजे के आसपास स्कूल प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों व अध्यापकों को स्कूल के प्रागण में बुलाया गया, और उनसे कहा गया कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत दुलैहड़ गांव से लेकर बाजार तक सभी जगह तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें सभी बच्चों व अध्यापकों के हाथ में तिरंगा होगा। स्कूल प्रबंधन ने आगे कहा कि इस तिरंगा यात्रा के जरिए हम सभी लोगों को अपने घरों में तिरंगा फहराने के लिए जागरुक भी करेंगे।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत की जा रही थी तिरंगा यात्रा
तिरंगा यात्रा का मेन उद्देश्य यही है कि सभी के अंदर देशभक्ति को लेकर जागरुकता फैलानी है। आपको बता दें कि इन दिनों पूरे देशभर में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान को लेकर तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। स्कूल से लेकर, कॉलेज, व हर एक स्तर पर विभिन्न संस्थाओं से लेकर अन्य तक तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। इसी कड़ी में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दुलैहड़ में भी तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी, जिसमें प्रधानाध्यापक से लेकर तमाम छात्र- छात्राएं व स्कूल का सारा स्टॉफ शामिल था।
मौत के कारणों का नहीं चला पता
सभी हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय के नारों के साथ तिरंगा यात्रा में शामिल हो गए, तभी अचानक से अध्यापक जसवंत सिंह बेहोश होकर गिर पड़े, जिसके बाद उन्हें तुरंत ही उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुलैहड़ में पहुंचाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने अध्यापक जसवंत सिंह को मृत घोषित कर दिया। मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, पुलिस द्वारा बताया गया है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारण का पता चलेगा।