हिमाचल प्रदेश में मंकी पॉक्स वायरस की जांच के लिए नहीं कोई लैब, सैंपल भेजे जाएंगे पुणे
हिमाचल। प्रदेश में मंकी पॉक्स वायरस की जांच के लिए कोई लैब तक नहीं है, जिसके कारण ब्लड सैंपल जांच के लिए पुणे भेजे जाएंगे। आपको बता दें कि बीते दिन मनाली से घूमकर दिल्ली आए एक व्यक्ति में मंकी पॉक्स होने की सूचना मिली है, जिसके बाद से पूरे प्रदेश में हड़कंप के हालात उत्पन्न हो गए है। यदि उस व्यक्ति के संपर्क में कोई भी व्यक्ति आया होगा, तो इससे परेशानियां बढ़ सकती है।
मंकी पॉक्स से निपटने के लिए टीमें गठित
इस बीच इससे भी ज्यादा दुखद खबर है कि प्रदेश में मंकी पॉक्स की जांच के लिए कोई भी लैब नहीं है, जिससे ब्लड सैंपलों को जांच के लिए पुणे भेजा जाएगा। अब पुणे से हिमाचल रिपोर्ट आने के दौरान काफी परेशानियां बढ़ सकती है, जिसे देख प्रशासन से लेकर लोगों तक में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं प्रदेश के प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पंडा द्वारा बताया गया कि राज्य में मंकी पॉक्स जैसे वायरस से निपटने के लिए टीमों का गठन किया जा चुका है।
मनाली से दिल्ली लौटे व्यक्ति में वायरस की सूचना
इस बीच यदि प्रदेश में ऐसा कोई मामला सामने आता है, गठित टीमें तत्काल प्रभाव से सक्रिय हो जाएंगी। मंकी पॉक्स से संक्रमित व्यक्ति की पहचान सात से बारह दिन के अंदर- अंदर हो जाती है, व्यक्ति को तेज बुखार के साथ ही शरीर पर लाल रंग के चपटे होने लग जाते है। मनाली से दिल्ली लौटे व्यक्ति जिसमें मंकी पॉक्स होने की सूचना मिली है।
दिल्ली से सूचना आने के इंतजार में राज्य सरकार
उसके बारे में राज्य सचिवालय से लेकर जिला प्रशासन तक जानकारी जुटाने में लगे है, लेकिन अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है। इस व्यक्ति के बारे में दिल्ली से सूचना आने का सभी को इंतजार है कि यह प्रदेश में कहां -कहां ठहरा व नाम अता- पता सारी जानकारियों का राज्य सरकार इंतजार कर रही है।